प्रधानमंत्री जन औषधि अभियान का उद्देश्य लोगों को सस्ते दाम पर दवा उपलब्ध कराने के लिए की गई थी और ये सस्ती दवाएं भारतीय जन औषधि केंद्र पर ही मिलेंगी. इस योजना को आगे बढ़ाते हुए और जनता के हित को देखते हुए रेलवे ने औषधि विभाग के साथ एक समझौता किया है. इस पर सुरेश प्रभु का कहना है कि रेलवे स्टेशनों, रेलवे परिसर, और उनके कार्यशाला में इस तरह की दुकानें खोलने का निर्णय लिया गया है. वहीं प्लेटफार्म और अन्य जगहों पर भी हम इस तरह की दुकाने खोलने की योजना बना रहे हैं .
सुरेश प्रभु ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि इस योजना के तहत रेलकर्मियों सहित आम लोगों को सस्ती दवाइयां मिल सके. वहीं केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरुआत 2015 में की थी,जिसके तहत देश में एक हजार से ज्यादा जन औषधि केंद्र खोले जायेंगे. जहाँ पर आम लोगों को बाजार मूल्य से 60 से 70 फीसदी कम मूल्य में दवाएं उपलब्ध होगीं.
वहीं प्रभु ने गुरुवार मिशन रेट्रो फिटमेंट प्रोजेक्ट को भी लांच किया, जिसके तहत रेलवे के 40 हजार बोगियों का फिर से कायाकल्प किया जायेगा. जिससे यात्रियों को सुविधा होगी और वह आराम से अपना सफ़र कर सकेंगे.