जयपुर: राज्य विधानसभा में आज का प्रश्नकाल सत्र हंगामेदार रहा. कुछ गरमाये विषयों पर विपक्ष के सदस्यों ने जमकर हंगामा भी किया और विरोध जताने के लिए वॉकआउट भी किया. प्रश्नकाल में हंगामे की शुरुआत खाद्य सुरक्षा से संबंधित एक सवाल पर हुई.
दरअसल, खाद्य सुरक्षा योजना में लाभार्थियों की घटती संख्या को लेकर भाजपा विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने सवाल उठाय. उन्होंने सरकार से पूछना चाहा कि विधानसभा क्षेत्र केशोरायपाटन में लाभार्थियों की संख्या क्यों घटाई गई है? इसपर जवाब देते हुए मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा खाद्य सुरक्षा योजना में कई अपात्र लोग भी लाभार्थी बनकर इसका लाभ ले रहे थे. यही कारण रहा कि उन्हें हटा दिया गया.
प्रश्नकाल का बहिष्कार
मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पूरक प्रशन किया. लेकिन इसे स्पीकर डॉ सीपी जोशी ने निरस्त कर दिया. इस दौरान अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी और प्रतिपक्ष के सदस्यों में तीखी नोक झोंक हुई. अध्यक्ष के प्रश्न निरस्त करने पर प्रतिपक्ष के सदस्य हंगामा करने लगे. वे नारेबाजी करते हुए वैल तक आ गए. कुछ देर नारेबाजी कर हंगामा करने के बाद सदन की कार्यवाही से वॉकआउट करके चले गए.
ऐसे हुई नोंक-झोंक
नेता प्रतिपक्ष ने जब पूरक प्रश्न पूछा, तो उसे स्पीकर ने अप्रासंगिक करार देते हुए रोक दिया. इसपर राजेंद्र राठौड़ और स्पीकर के बीच तीखी बहस हुई. राठौड़ ने कहा, ‘विधायकों को सवाल पूछने से नहीं रोक सकते.’
इस बीच विधायक मदन दिलावर और नारायण सिंह ने भी बोलने की कोशिश की तो स्पीकर ने उन्हें ये कहते हुए बैठने को कहा कि ‘क्या आपका लीडर इतना कमज़ोर है क्या?’ इस गरमाये माहौल के बीच विपक्ष के सदस्य वेल में आ गए और जमकर नारेबाजी की. इसी हंगामे और शोर-शराबे के बीच प्रश्नकाल जारी रहा.