नई दिल्ली. गुरमीत राम रहीम की सजा तय होने के बाद मंगलवार को हिसार कोर्ट द्वारा एक और स्वयंभू धर्मगुरू रामपाल को सजा सुनाई जानी है. रामपाल पर 11 साल पुराने एक हत्या का आरोप है. वे फिलहाल जेल में हैं.
तीन साल पहले रामपाल को गिरफ्तार करने में पुलिस को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी. इस दौरान हुई हिंसा में 6 लोगों की जान चली गयी थी. लगातार 43 बार कोर्ट में पेश नहीं होने के बाद रामपाल को गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए गए थे.
गिरफ्तारी से बचने के लिए रामपाल के बरवाला स्थित सतलोक आश्रम में 15,000 लोगों को ‘ढ़ाल की तरह इस्तेमाल’ किया गया था. 18 नवंबर 2014 को कुछ समर्थकों ने आश्रम से छूटने के बाद यह आरोप लगाया था.
गिरफ्तारी के लिए पुलिस के पहुंचने पर हिसार स्थित सतलोक आश्रम रण-क्षेत्र में तब्दील हो गया था. रामपाल को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस पर समर्थकों ने पहले पत्थर फेका इसके बाद एसिड और पेट्रोल बम से हमला किया. इस दौरान हिसार सहित राज्य के कई हिस्सों में आगजनी की घटना भी सामने आयी थी. पुलिस की कार्रवाई के दौरान भड़की हिंसा में 200 से अधिक लोग घायल हुए जबकि 6 लोगों की मौत हो गयी इसमें 11 साल का एक बच्चा भी शामिल था.