कुल्लू. परिवार पर बढ़ता आर्थिक बोझ और उस पर मां और भाई-बहन की जिम्मेवारी, समाज मे सभी को सम्मान दिलाने की चाह ने आखिर एक मासूम को ऐसी राह पर चलने को मजबूर कर दिया, जिस पर चलकर आज वह बेहद खुश है और उसके परिवार का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है.
ये कहानी है जिला मंडी के जोगिन्दरनगर के भट्टा गांव की रहने वाली रवीना की, जो अपने भाई बहन की शिक्षा व परिवार को चलाने के लिए सड़को पर टैक्सी दौड़ा रही है. रवीना की आयु अभी मात्र 20 साल ही है और वो 2 साल से दिल्ली सहित अन्य स्थलों पर पर्यटकों को घुमा रही है. यही नहीं, रवीना प्रदेश की पहली युवती है जिसे टैक्सी चलाने का सरकार द्वारा लाइसेंस मिला है.
टैक्सी चालक रवीना ने बताया कि करीब 3 साल पहले उसके पिता राज सिंह की मृत्यु हो गई. पिता की मृत्यु से अचानक पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. छोटे भाई बहन की पढ़ाई चिंता का विषय बन गई, ऐसे में उसकी नजर घर पर खड़ी टैक्सी पर पड़ी. उसने हिम्मत की और टैक्सी चलानी शुरू की.
समाज ने मारे तानें
रवीना बताती हैं कि जब उसने टैक्सी चलाना शुरू किया तो उसे काफी विरोध का सामना करना पड़ा. इस कार्य के लिए उसे समाज के ठेकेदारों के भी ताने सुनने पड़े. लेकिन उसने किसी की भी परवाह नहीं की और आखिरकार टैक्सी का लाइसेंस लेने में कामयाबी हासिल की.
पर्यटक करते हैं सहयोग
रवीना ने बताया कि पर्यटकों का भरपूर सहयोग मिलता है जिसके चलते वो दिल्ली तक सवारी लेकर चली जाती हैं. आज रवीना के काम से पूरा परिवार खुश है और सभी उसकी तारीफ करते हैं. काम के साथ-साथ रवीना इग्नू के माध्यम से बीए कर चुकी है. वो अभी पर्यटन नगरी मनाली में अपने परिवार संग रह रही है.
सुपर गर्ल के सुपर ड्रीम
रवीना ने बताया कि उसका सपना है कि वो सेना में जाये और एक बड़ी अधिकारी बन देश की सेवा कर सके. उसके लिए वो चालक के साथ-साथ अपनी पढ़ाई भी जारी रखे हुए है और अपने छोटे भाई और बहन को भी उच्च शिक्षा देकर समाज मे ऊंचा स्थान दिलाना चाहती है.