हमीरपुर. जिला के नादौन के कमलेश कुमार जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तानी सेना के साथ लोहा लेते हुए मौके पर ही शहीद हो गये थे. देश के लिये अपनी जान गंवा देने के बाद भी सैनिक के घर तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है. बरसात के दिनों में, यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है क्योंकि खड्ड में पानी आ जाने से यह क्षेत्र बाकी जिले से पूरी तरह कट जाता है.
नादौन क्षेत्र में बहने वाली मानखड्ड बरसात के दिनों में रौद्र रूप धारण कर लेती है. जिससे इसके आस-पास बसे ग्रामीणों को परेशानियों से जूझना पड़ता है. समस्या की गंभीरता को लेकर क्षेत्र के लोगों ने मानखड्ड तटीय समिति नामक संगठन बनाया है जो इस समस्या के समाधान के लिए आवाज उठाएगा.
कमलाह पंचायत के गलोल गांव के आसपास एक दर्जन गांव के तीन हजार लोग सड़क सुविधा से वंचित हैं. स्थानीय निवासियों ने बताया कि हम आज भी काला पानी जैसा जीवन जीने के लिए मजबूर हैं. गांव का कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो एंबुलेंस दो किलोमीटर दूर करौर गांव में खड़ी हो जाती है. बरसात के बाद गांव के लोग मिलकर खड्ड में अस्थायी पुल का निर्माण अपनी जेब से दस हजार रुपए खर्च कर तैयार करते हैं. लेकिन पानी का जल स्तर बढ़ने पर उसके टूट जाने से गांववालों की मुश्किलें बढ़ जाती है. गांव के प्रमुख लोग मानखड्ड तटीय समिति से मिलकर कई बार इस मांग को प्रशासन तक पहुंचा चुके हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.
इस संदर्भ में विधायक विजय अग्निहोत्री ने बताया कि गांव के लिए एक संपर्क मार्ग बनाने के लिए उसे प्राथमिकता सूची में डाला गया है. गांववालों की समस्या का समाधान जल्द होगा.