नई दिल्ली: भारत को 2016 रियो ओलंपिक में पदक दिलाने वाली महिला पहलवान साक्षी मलिक अब मैट पर लड़ती हुई नजर नहीं आएंगी. साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया है. बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष बनने के तुरंत बाद ही उन्होंने यह फैसला लिया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक नजर आ रहीं दिग्गज पहलवान साक्षी ने कहा कि फेडरेशन के खिलाफ लड़ाई में बहुत साल लगे. आज जो प्रेसिडेंट बना है, वो उसके बेटे से भी प्रिय है या उसका राइट हैंड कह लीजिए. किसी महिला को भागीदारी नहीं दी गई. मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं. इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़ते हुए साक्षी सिंबल के लिए अपने रेसलिंग जूते छोड़ कर चली गईं.

साक्षी मलिक समेत तमाम महिला पहलवानों ने बीते साल WFI के पूर्व चीफ और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे. महिला पहलवानों के समर्थन में पुरुष पहलवानों ने भी प्रोटेस्ट किया था.
पिछले 11 महीनों से विवादित रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को गुरुवार को नया अध्यक्ष मिल गया है. पिछली बॉडी में जॉइंट सेक्रेटरी रहे संजय सिंह नए अध्यक्ष बने हैं. संजय सिंह फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के करीबी और सहयोगी माने जाते हैं. इस बीच रेसलर साक्षी मलिक ने बड़ा ऐलान किया है.