मंडी(सरकाघाट). राष्ट्रीय बचत योजना के सेविंग्स एजेंटों ने अपनी मांगों को लेकर वीरवार को मुख्य डाकघर के सामने धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने एसडीएम के माध्यम से मुख्य डाकपाल शिमला को ज्ञापन दिया. इन एजेंटों की माग है कि पिछले एक साल से डाकघर में कर्मचारियों की कमी के कारण उनके द्वारा डाकघर में गांवों से लाये गये धन को समय पर जमा नहीं किया जाता.
डाकघर के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं
एजेंट्स ने आरोप लगाया कि उनको डाकघर के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं और घर में उनके बच्चे और परिवार वालों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सेविंग एजेंट रजनी देवी, रीना राणा, मांचली देवी, प्रीत कुमारी, संध्या देवी, सुनीता कुमारी, आशा कुमारी और शैली गुप्ता सहित कई एजेंट्स इस धरना प्रदर्शन में शामिल थे.
अपने अपने गांव के हर घर में दस्तक दे कर भारत सरकार की नीति के तहत महिलाओं को जागरूक कर उनको बचत की आदत डालकर पैसों को इकट्ठा कर रही हैं. लेकिन पिछले एक वर्ष से इस बारे डाकघर के डाकपाल से अपनी समस्या को हल करने का अनुरोध कर रही हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
ज्ञापन को मुख्य डाकपाल शिमला को भेज दिया जाएगा
एजेंट्स ने विभाग के उच्चाधिकारियों से उनकी समस्याओं को हल करने का अनुरोध किया है. इस बारे में जब डाकघर के डाकपाल शेरसिंह नेगी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डाकघर में स्टाफ की कमी के कारण यह समस्या आ रही है. विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है. वहीं एसडीएम डॉ. सुरेश जसवाल ने ज्ञापन मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि बचत एजेंटों द्वारा दिये गए ज्ञापन को मुख्य डाकपाल शिमला को भेज दिया जाएगा.