शिमला. जैसे जैसे चुनाव की तारीख नज़दीक आती जा रही है, नेता एक दूसरे पर हमलावर होते जा रहे हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने मुख्यमंत्री और उनके बेटे पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य की सम्पत्ति 1.5 करोड़ से 84 करोड़ होना वह भी 5 सालों में यह आश्चर्यजनक है. सतपाल सत्ती ने कहा कि ईडी और सीबीआई, न्यायालय के आदेश पर संपत्ति की जांच कर रही हैं और आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है.
सत्ती ने कहा है कि पिता वीरभद्र सिंह की संपत्ति कम हो रही है और बेटे की संपत्ति कई गुना बढ़ रही है. यह बड़ा आश्चर्य पैदा करता है. इसे विक्रमादित्य को स्पष्ट करना चाहिए.
सतपाल सत्ती ने आगे कहा है कि मुख्यमंत्री ने तो अपना निजी आवास ‘‘होली लॉज’’ को कागज पर ‘सबिने इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन लिमिटेड’ को किराए पर दिया, जोकि लाहौल-स्पिति जिले की मयर घाटी में पनबिजली परियोजना लगा रही है. हालांकि घर पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह रहते रहे, पर कम्पनी द्वारा किराए का भुगतान किया जाता रहा.
‘सेब’ मुद्दे पर घेरा
इसके अलाव भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने सेब मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री को घेरा. उन्होंने कहा है कि सेबों को बेचने से आय में वृद्धि को वीरभद्र सिंह ने अपने आयकर रिटर्न में भरा. लेकिन जांच हुई तो सेबों की ढुलाई स्कूटरों व टैंकरों में हुई पाई गई. जिससे पता चलता है कि प्रदेश में सरकार ने ऐसा माहौल तैयार किया कि काम तो पैसे देकर ही होगा और एजेन्ट भी मालामाल हुए और अधिकारी भी मालामाल होते गए. जिसका बड़ा हिस्सा मुख्यमंत्री के परिवार को भी मिलता गया.