मंडी. राज्य सरकार की योजनाओं को पूरी करने के लिए पूर्व सैनिकों की मदद ली जाएगी. सोमवार को मंडी के भीमाकाली मंदिर परिसर में एक्स सर्विस मैन लीग के सैनिक सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए आईपीएच, बागवानी एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि आईपीएच के लिए तीन हजार करोड़ और बागवानी के लिए 1,134 करोड़ की योजना की मंजूरी मुख्यमंत्री से मिल चुकी है.
सैन्य कल्याण मंत्री ने कहा कि सैनिक लीग के साथ बैठकर रणनीति तैयार की जाएगी. जिसमें वर्षा जल संग्रहण और उसके उपयोग और बागवानी को लेकर रूपरेखा तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि हिमाचल वीरता और बलिदान के लिहाज से देश में नंबर वन है. इसलिए सेना में भर्ती कोटे में वृद्धि और हिमाचल रेजिमेंट के गठन का मामला मुख्यमंत्री के ध्यान में लाया जाएगा और उनके माध्यम से केंद्रीय नेताओं के समक्ष यह मुद्दा उठाया जाएगा.
उठा कारगिल स्मारक और सैनिक सदन का मुद्दा
इससे पूर्व कर्नल शाही और ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने पूर्व सैनिकों की मांगों को मंत्री के समक्ष उठाया. ब्रिगेडियर खुशहाल ने कहा कि हिमाचल ने कारगिल युद्ध में 52 रणबांकुरे खोये हैं. जिनमें से 12 अकेले मंडी जिला से थे. उन्होंने कारगिल स्मारक और सैनिक सदन का मुद्दा उठाया. पूर्व सैनिकों की आपदा प्रबंधन बटालियन बनाने की मांग भी की गई है.
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने सैन्य सेवा को सभी के लिए अनिवार्य करने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि आज देश के हर नौजवान के लिए आर्मी ट्रेनिंग अनिवार्य होनी चाहिए. इससे नौजवान अनुशासित हो जाता है. यह उसकी दिनचर्या का हिस्सा बन जाता है.
उन्होंने कहा कि आजादी के 70 सालों बाद मंडी को सीएम का पद नसीब हुआ है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने मंडी में दस में से नौ सीटें जीती हैं और एक आजाद प्रत्याशी प्रकाश राणा भी भाजपा के समर्थन में हैं. मौके पर विधायक जवाहर ठाकुर और प्रकाश राणा भी मौजूद रहे.