शिमला. राज्य में वीरभद्र सरकार ने सोमवार को संपन्न मंत्रिमण्डल की बैठक में कई बड़े नीतिगत फैसले लिये। जिनमे से एक लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिये छात्रवृत्ति उपलब्ध कराने का है। ‘बेटी है अनमोल योजना’ के अन्तर्गत लड़कियों को उनके घर के समीप गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए स्नातक स्तर तथा समान्तर कोर्स कर रही बीपीएल परिवारों की लड़कियों को 5,000 रुपये सालाना की छात्रवृत्ति देने को स्वीकृति दी है. इनमें बीई, बीटैक, एमबीबीएस, बीएड तथा एलएलबी के पाठ्यक्रम शामिल हैं.
आईटीआई डिप्लोमा धारक योग्य जल-रक्षकों को पम्प ऑपरेटरों तथा फीटरों के पदों के लिए भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में कोटा दिया जाएगा. 10वीं तथा 12 साल के अनुभव वाले जल-रक्षकों को चौकीदार तथा पम्प एटेडैंटस के पदों के लिए शामिल किया जाएगा. लगभग 1,000 बेलदार के वर्तमान पदों को चौकीदार तथा पम्प अटेंडेंट के रूप में पुनः नामित किया जाएगा. इसके अतिरिक्त जल-रक्षकों को 2500 रुपया प्रति माह का मानदेय भी प्रदान किया जाएगा.
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय को बढ़ाकर 1,000 रुपया प्रतिमाह करने का निर्णय भी लिया गया है. मंत्रिमण्डल ने प्रदेश के दुर्गम तथा जनजातिय क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग में जनरल ड्यूटी में लगे अधिकारियों को आर्थिक तथा गैर-आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा तथा उन्हें प्रदेश या प्रदेश के बाहर स्नातकोत्तर डिग्री/डिप्लोमा, डीएम/एमसीएच या डीएनबी करने के लिए भी आर्थिक सहायता दी जाएगी.