धर्मशाला. उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी की गिरफ्तारी के बाद प्रशासन सकते में आ गया है. इसी के साथ इजरायली नागरिकों के इलाके में की गई रेकी का खुलासा होने के बाद धर्मकोट व मैक्लोडगंज में भी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं.
कसौल व धर्मकोट इजरायली नागरिकों के मुख्य केंद्र हैं
हालांकि यहां पहले से ही सुरक्षा कड़ी है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस भी सुरक्षा इंतजाम पुख्ता कर रही है. हिमाचल में कसौल व धर्मकोट इजरायली नागरिकों के मुख्य केंद्र हैं. यहां काफी संख्या में इजरायली नागरिक रहते हैं. 2014 में भी पुलिस को इजरायलियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए निर्देश मिले थे. उस समय भी पुलिस को यहां किसी बड़े खतरे की आहट सुनाई दी थी और पूरे इलाके खासकर इजरायली नागरिकों के ठिकानों व यहां मौजूद उनके धार्मिक केंद्र कबाद हाउस को पुलिस ने कड़े सुरक्षा घेरे में ले लिया था.
यहां आने वाले हर संदिग्ध पर नजर रखी जा रही
अब फिर से धर्मकोट में इजरायली नागरिकों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा एजेंसियों से लेकर पुलिस अलर्ट हो गई है. यहां आने वाले हर संदिग्ध पर नजर रखी जा रही है. एक दशक में ही आतंकी गतिविधियों से लेकर आइएसआइ से जुड़े कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. धर्मकोट के साथ ही मैक्लोडगंज भी है और यहां तिब्बती सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा रहते हैं.
सेना की मौजूदगी में भी सुरक्षा कड़ी रहती है
यहां सेना की मौजूदगी में भी सुरक्षा कड़ी रहती है. ऐसे में अभी तक यहां कोई घटना नहीं हो पाई है. लेकिन पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां यहां कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहती हैं. इस बारे जब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. शिव कुमार शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि धर्मशाला का जो धर्मकोट एरिया है. वहां इजरायली लोग रहते हैं. उन सारे एरिया में पुलिस विजिलेंस बढ़ा दी है.
मैक्लोडगंज व धर्मकोट में पुलिस पहले से ही अलर्ट है. गश्त बढ़ाई गई है तथा संदिग्धों पर भी नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा की सिक्याेरिटी की दृष्टि से वह इस बात खुलासा नहीं कर सकते की कितनी पुलिस लगा राखी है. लेकिन इतना कह सकते हैं की जो जो एरिया डिसक्लोज हुए हैं उन में पुलिस विजिलेंस बढ़ा दी गई है.