नई दिल्ली. जोधपुर जेल से बड़ी चूक का मामला सामने आया है. राजस्थान में अफराज़ुल की हत्या के आरोप में जेल में बंद शंभूलाल रैगर ने जोधपुर जेल से एक भड़काऊ वीडियो डाला है. इस वीडियो में वह अल्पसंख्यकों के बारे में भड़काऊ बातें कर रहा है. सवाल यह उठता है कि शंभूलाल को जेल के अंदर मोबाइल और इंटरनेट की सुविधा कहां से मिली.
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में शंभूलाल कह रहा है कि वह सबसे सुरक्षित बैरक में बंद है, लेकिन फिर भी उसकी जान को ख़तरा है. उसने जेल में बंद एक बंगाल के कैदी से ख़ुद की जान को ख़तरा बताया है. वहीं इस वीडियो के सामने आने के बाद जेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया. जिसके बाद शंभूलाल के बैरक की तलाशी ली गई. लेकिन पुलिस को वहां से न तो कोई फ़ोन मिला और न ही कोई डोंगल (इंटरनेट कनेक्शन).
कोई अफ़सोस नहीं
शंभूलाल ने जेल से दो वीडियो अपलोड किए. पहला वीडियो 6 सेकेंड का है, जबकि दूसरा 6 मिनट 19 सेकेंड का है. वीडियो में शंभूलाल ने कहा कि उसे हत्या करने को लेकर कोई अफ़सोस नहीं है. वह वीडियो में पश्चिम बंगाल सरकार पर भी निशाना साधता हुआ नजर आ रहा है.
देश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक जोधपुर जेल में हुई इतनी बड़ी चूक सवाल खड़ी करती है. चूंकि तलाशी के दौरान शंभूलाल के पास से कोई मोबाइल नहीं बरामद हुआ, इससे यह मालूम होता है कि जेल के अंदर ही किसी ने शंभूलाल रैगर को मोबाइल मुहैया कराया है.