नई दिल्ली. शरद यादव और अली अनवर को उस समय झटका लगा जब सोमवार को इन दोनों ही नेताओंं की राज्यसभा सदस्यता रद्द कर दी गई. जेडीयू पार्टी से बगावत करने के बाद शरद यादव और अली अनवर के खिलाफ राज्यसभा सचिवालय में 2 सिंतबर को शिकायत दर्ज कराई गयी थी. जिसके बाद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दोनों नेताओं की सदस्यता समाप्त करने का फैसला लिया.
राज्यसभा सचिवालय के अनुसार संविधान की दसवीं अनुसूची के पैरा 2 (1) (a) के अनुसार दोनों नेताओं की सदस्यता रद्द की गई. सदस्यता रद्द होने के बाद अली अनवर ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी तब मिली जब वे राजकोट में एक मीटिंग में शामिल थे. उन्होंने कहा कि वे शरद यादव से बात करेंगे और फैसला साथ ही लेंगे.
कुछ समय पहले नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी के साथ सरकार बनाने के बाद से ही शरद यादव उनसे नाराज चल रहे थे. पार्टी नेताओं के खिलाफ जाकर उन्होंने राजद प्रमुख लालू प्रसाद की ‘बीजेपी भगाओ देश बचाओ’ रैली में हिस्सा लिया था और उसके मंच से नीतीश कुमार पर निशाना भी साधा था.