नई दिल्ली. शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर देश में चल रहे मदरसों को बंद करने की मांग की है. पत्र में कहा गया है कि यहां दी जा रही शिक्षा छात्रों को आतंकवाद से जुड़ने के लिये प्रेरित कर रही है.
अपने पत्र में शिया बोर्ड ने कहा है कि इन मदरसों को आईसीएसई और सीबीएसई के स्कूलों में बदल देना चाहिये. जहां छात्रों को ‘इस्लामिक शिक्षा’ को एक विषय के रूप में पढ़ने का विकल्प होना चाहिये. पत्र सलाह देता है कि सभी मदरसा बोर्ड को खत्म कर देना चाहिये.
शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज्वी ने कहा है कि देश के ज्यादातर मदरसा आइसीएसी और सीबीएसई से जुड़े नहीं हैं, जिस वजह से यहां पढ़ने वाले ज्यादातर छात्र आगे बेरोजगार हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि ये मदरसे सभी शहर और गांवों में कुकुरमुत्ते की तरह उग आये हैं जो गलत धार्मिक शिक्षा दे रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया है कि मदरसों के लिये फंड पाकिस्तान और बंग्लादेश से आते हैं और आतंकवादी संगठन उन्हें प्रोत्साहन दे रही हैं.
हालांकि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता रहमान सज्जाद ने कहा कि ये मदरसे स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाये हैं. इसपर सवाल उठाना उनका अपमान है.