सिरमौर(श्री रेणुका जी). हिमाचल में इस वक्त चुनाव का बिगुल बजा हुआ है और इसी बीच मां और पुत्र के पावन मिलन का प्रतीक अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेला सोमवार से शुरू हो गया है. मेले का शुभारंभ जिला उपायुक्त बीसी बडालिया ने किया. यह अंतरराष्ट्रीय मेला 4 नवंबर तक चलेगा. मेले में राजनीतिक दलों की गतिविधियों पर चुनाव आयोग की पैनी नजर है. यही वजह है कि मेले में हर बार शामिल होने वाले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी इस बार यहां से दूरी बनाई हुई है.
मेले में भव्य शोभायात्रा के दौरान समूची रेणुका घाटी माता रेणुका व भगवान परशुराम के जयकारों से गूंज उठी. शोभायात्रा के दौरान भक्त ढोल-नगाड़ों की धुनों पर माता रेणुका व भगवान परशुराम के उद्घोष करते नजर आए. भगवान परशुराम की पालकी का राजपरिवार के सदस्यों ने गिरि नदी के किनारे अभिनंदन किया. पालकी अभिनंदन की यह परंपरा सदियों से चली आ रही है.
मेले से गायब हैं नेता
मेले में चुनाव आयोग की पैनी नजर होने के कारण नेता मेले से दूरी बनाए हुए हैं. इस क्षेत्र के विधायक और श्री रेणुका जी विकास बोर्ड के अध्यक्ष भी मेले में अपनी मौजूदगी नहीं दिखा रहे हैं. बता दें कि नेताओं ने पोस्टर और बैनर मेले के आसपास नहीं लगाए गये हैं. देखना होगा कि 4 नवंबर तक यही स्थिति रहती है, या नेता यहां आकर चुनावी प्रचार-प्रसार करते हैं.
राजपिरवार सदस्य ने कहा – पुख्ता हैं इंतजाम
राजपरिवार सदस्य कंवर अजय बहादुर सिंह ने बताया कि 2 से 5 दिनों तक चलने वाले इस मेले में न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि बाहरी राज्य से भी भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यहां रेणुका जी विकास बोर्ड द्वारा तमाम सुविधाए जुटाई जाती है. वहीं सुरक्षा के भी इस बार यहां पुख्ता इंतजाम किए गये हैं. सिरमौर के उपायुक्त बीसी बडालीया ने कई अहम जानकारी दी. उन्होने कहा कि इस मेले का शुभारंभ सीएम द्वारा जबकि समापन राज्यपाल द्वारा किया जाता है मगर आचार संहिता लागू होने के कारण इस बार यहां मुख्यमंत्री नहीं पहुंच पाए.