नई दिल्ली. बैडमिंटन की दुनिया में भारत का नाम रौशन करने वाली पीवी सिंधु को एक बार फिर इतिहास रचने का मौका मिला है. सिंधु ने ग्लास्गो में खेले जा रहे वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली है. सेमीफाइनल मुकाबले में सिंधु ने चीन की 19 वर्षीय खिलाड़ी चेन यू फेई को हरा दिया है. अब फाइनल में उनका मुकाबला जापान की नोजोमी ओकुहरा से होगी. हैं.
सिंधु ने चीन की 19 वर्षीय खिलाड़ी चेन यू फेई को 21-13, 21-10 से हराया. सिंधु लगातार चीनी खिलाड़ी को हराती गयीं. सिंधु ने दोनो ही सेट बड़े ही आसानी से जीज लिये, चीनी खिलाड़ी ज़रा भी प्रेशर नहीं बना पायी.
सिंधु भारत को वर्ल्ड चैंपियनशिप में साल 2012 और 2013 में पहले ही लगातार कांस्य पदक दिला चुकी हैं. अब सबकी निगाहें फाइनल पर होंगी जब सिंधु का मुकाबला जापान की नोजोमी ओकुहरा से होगा. भारत की ओर से किसी भी शटलर ने स्वर्ण पदक पर कब्जा नहीं किया है. रविवार की शाम को ये दिलचस्प मैच खेला जाएगा.
ओकुहरा ने दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में भारत की साइना नेहवाल को हराकर फाइनल में जगह बनाई है. ओकुहरा वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली जापानी खिलाड़ी बनी हैं. साइना नेहवाल को वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल से ही संतोष करना पड़ेगा.
रियो ओलिंपिक में महिला सिंगल्स बैडमिंटन के फाइनल में पीवी सिंधु दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी कैरोलिना मारिन से हार गई थी. अब सिंधु को एक और मौका मिला है कि वो भारत के लिए गोल्ड मेडल जीत सके.