सोलन. बिजली विभाग की लापरवाही के चलते सोलन के हाउसिंग बोर्ड में रहने वाले दर्जन भर परिवार दहशत के साये में जीने को मजबूर हैं. जहां आज ग्रामीण क्षेत्रों में लकड़ी के खंभे बदले जा चुके हैं. वहीं शहर के वार्ड नंबर 14 में आज भी लकड़ी के खंभे पर 22 केवी के हाई टेंशन तार झूल रहे हैं. सराह-राजगढ़ क्षेत्र को जाने वाली 11-11 केवी की दो लाइनें सोलन हाउसिंग बोर्ड से होकर गुजरती हैं.
कभी भी हो सकती है अनहोनी
महज एक हाथ की दूरी पर यह जानलेवा तार गुजरते हैं. पिछले लंबे समय से प्रभावित परिवार इन तारों को घरों के ऊपर से हटाने की मांग कर रहे हैं. मौसम की मार सहते हुए जर्जर हालत में तारों को थामे खड़ा लकड़ी का खंभा किसी भी समय गिर सकता है. जिससे तार घरों के ऊपर आ गिरेंगे और कोई अनहोनी हो सकती है. इस खतरे को सोचकर प्रभावित परिवार के लोग सिहर उठते हैं. लोगों का कहना है कि कई बार बिजली विभाग को अर्जी दी गई. अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर खंभों का जायजा भी लिया पर अभी तक इन खंभों को बदला नहीं जा सका है.
अदालत का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होना पड़ेगा
यहीं रहने वाले जीत सिंह आर्य जो एग्रीकल्चर विभाग से रिटायर्ड ग्रेड वन अधिकारी हैं. उनका कहना है कि उन्होंने कई बार बिजली विभाग को इस बारे में लिखित शिकायत की है. लेकिन विभाग उन्हें हर बार आश्वासन देकर टाल देता है. घर के सामने लकड़ी का खंभा और छत पर से एक हाथ की दूरी से गुजरते हाई टेंशन तार हैं. इनकी वजह से ना तो बच्चों को छत पर जाने दिया जाता है और ना ही कपड़े सूखने के लिए डाले जा सकते हैं. वहीं किशन आर्या ने कहा कि अगर विभाग जल्द कार्रवाई नहीं करता तो उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होना पड़ेगा.
दुर्घटना होने की प्रतीक्षा
इस मुद्दे पर स्थानीय बिजली विभाग के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से कतराते दिखे. बिजली विभाग के कार्यकारी निदेशक पीसी नेगी ने भी मीडिया के समक्ष खंभा बदलने का आश्वासन दिया. लेकिन कितने समय में अब इसे बदला जाएगा इस पर कोई संतोष जनक जवाब नहीं दिया. शायद बिजली विभाग अभी किसी बड़ी दुर्घटना होने की प्रतीक्षा कर रहा है. इसीलिए इतना समय निकले के बाद भी विभाग कुछ और समय में तार और खंभा बदलने की बात कह रहा है.