नालागढ़(सोलन). देश की रक्षा में एक और जवान शहीद हो गया. सोलन के लाल शिव सिंह का वीरवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया. जम्मू कश्मीर के गुरेज सेक्टर में बागटू के समीप और कुपवाड़ा जिला के नौगाम सेक्टर में पांच जवान गश्त के दौरान फिसल कर हिमपात और हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे. जिसमें शामिल नालागढ़ उपमंडल के गुल्लरवाला गांव निवासी जवान शिव सिंह के शव का वीरवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया.
घर में उनकी छोटी बहन व माता ही अकेले बच गए
शिव सिंह 36 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे और नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम बनाने के लिए प्रयासरत सेना की आपरेशनल टीम के हिस्सा थे. वह अविवाहित थे और घर के इकलौते पुत्र थे. वह अपने पीछे मां और दो बहनों को छोड़ गए हैं, जिनमें से एक बहन का विवाह हो चुका है. घर में उनकी छोटी बहन व माता ही अकेले बच गए हैं, जबकि उनके पिता का पहले ही स्वर्गवास हो चुका है. शहीद के घर सहित गुल्लरवाला गांव सहित समूचे उपमंडल में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. उनके अंतिम संस्कार पर सेना के आला अधिकारी व जवानों ने तोपों की सलामी दी. पातालपुरी साहिब में उनका अंतिम संस्कार किया गया.

यह भी पढ़ें-बर्फीले तूफान में गुम हुआ सोलन का लाल, ड्यूटी निभाते हुए शहीद
आठ दिनों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मिला शव
पिछले मंगलवार को गुरेज सेक्टर में बागटू के समीप सेना की मानी चौकी के हिमस्खलन की चपेट में आने से वहां तैनात सेना के तीन जवान लापता हो गए थे, जबकि कुपवाड़ा जिले के नौगाम सेक्टर में गश्त कर रहे दो जवान पहाड़ से फिसल गए थे. इन्हीं जवानों में नालागढ़ के गुल्लरवाला गांव का जवान शिव सिंह भी शामिल था. इस घटना के तुरंत बाद हिमपात जारी रहने के बावजूद लापता जवानों की खोजबीन के लिए क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया गया. आठ दिनों तक चले रेस्क्यू आपरेशन में उनका शव बर्फ में दबा मिला. मौसम खराब होने के कारण चौपर की उड़ान नहीं हो सकी. जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को वीरवार को यहां उनके पैतृक गांव लाया गया. पाताल पुरी में उनका अंतिम संस्कार हुआ. इस दौरान इलाके के लोग और अधिकारी भी मौजूद रहे.