रांची. निर्देशक मेघनाथ को ‘नाची से बांची’ डाक्यूमेंट्री के लिए ‘मुंबई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल -2018’ में स्पेशल जूरी अवॉर्ड मिला है. पद्मश्री रामदयाल मुंडा के जीवन पर बनी फिल्म का निर्देशन मेघनाथ भट्टाचार्य के साथ बीजू टोप्पो ने किया है. तीन फरवरी को फेस्टिवल का आखिरी दिन रहा.
पिछले साल मई महीने में ‘नाची से बांची’ डाक्यूमेंट्री को रिलीज किया गया था. इस फिल्म की शुटिंग मिडिल स्कलू अमलेसा, एसएस हाई स्कूल खूंटी, जनजातीय भाषा विभाग, आरयू, दिउड़ी गांव, टैगोर हिल, शिकागो यूनिविर्सटी, मिनीसोटा यूनिवर्सिटी और न्यूयॉर्क में हुई थी. डॉक्यूमेंट्री में आदिवासी भाषा, संस्कृति के प्रति मुंडा का प्रेम और उनके संघर्ष को इस दिखाया गया है.
डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग उनके जीवनकाल में ही शुरू हुई थी. बाकी हिस्से को उनके निधन के बाद फिल्माया गया है.
रांची यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रहे डॉ. रामदयाल मुंडा ने झारखंड की भाषा, संस्कृति और रीति-रिवाज को विश्वभर में पहचान दिलाई. विश्व आदिवासी दिवस को मान्यता दिलाने का श्रेय भी उन्हें जाता है.