शिमला: हिमाचल प्रदेश में पिछले 20 दिन हुई बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. तबाही के बाद प्रदेश में आम जन जीवन प्रभावित हुआ है. प्रदेश भर के लाखों लोग बारिश की वजह से भारी नुकसान झेल चुके हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार ने लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कई नियमों में बदलाव किया है.
राज्य में अब विधायक निधि से लोगों के घरों में डंगे लगवाए जा सकेंगे. इससे पहले इस तरह का कोई नियम नहीं था. मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने मंडी से शिमला लौटने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि वह जल्द ही दिल्ली दौरे पर जाने वाले हैं. यहां वो कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करेंगे. हिमाचल प्रदेश में आपदा से भारी नुकसान हुआ है. प्रदेश सरकार केंद्र से मदद की आस लगाए बैठी है. सरकार पहले भी हिमाचल प्रदेश में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग कर रही है, ताकि हिमाचल प्रदेश पर पड़ा अतिरिक्त बोझ कम हो सके.
हिमाचल को 10 हजार करोड़ का नुकसान
सीएम सुक्खू ने बताया कि, हिमाचल प्रदेश में भारी नुकसान हो चुका है. प्रदेश में नुकसान का आंकड़ा 10 हजार करोड़ को पार कर चुका है. प्रदेश में 24 से लेकर अब तक 330 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी और कांगड़ा में भी भारी नुकसान हुआ है.
प्रदेश सरकार लगातार प्रभावितों तक राहत पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है. सुक्खू ने कहा कि सरकार की आर्थिक स्थिति भले ही ठीक न हो, लेकिन बावजूद इसके सरकार लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कमी नहीं रखेगी.
अब तक 330 लोगों की मौत
वहीं प्रदेश में 1 हजार 957 घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं, जबकि 9 हजार 344 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है. इसके अलावा 293 दुकानें और 4 हजार 072 पशु घर भी तबाह हो गए हैं.
प्रदेश भर में डेढ़ महीने के छोटे से अंतराल में 113 भूस्खलन और 58 फ्लैश फ्लड की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं. प्रदेश में अब तक 330 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 38 लोग अलग-अलग दुर्घटनाओं में लापता हैं.