सुंदरनगर (मंडी). उपमंडल के अंतर्गत ग्राम पंचायत अप्पर बैहली में किए जा रहे विकास कार्यों में घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल करने का मामला सामने आया है. इस संबध में पंचायत के खतरवाड़ी वार्ड के सदस्य ने सवालिया निशान लगाया है और इस संबध मेें विकास खंड अधिकारी सुंदरनगर से शिकायत कर सही निर्माण सामग्री दिलवाने का आग्रह किया है.
ग्राम पंचायत अप्पर बैहली में 14वें वित्त आयोग के तहत पंचायत के विभिन वार्डों में मुर मत कार्य, रास्तों के निर्माण कार्य हेतु राशि स्वीकृत हुई है. इसके तहत पंचायत के प्रत्येक वार्ड में करीब डेढ़ से दो लाख रूपए की राशि खर्च की जानी है. इस संबंध में पंचायत की ओर से कमेटी गठित कर निविदाएं आमंत्रित की थी.
इस दौरान नियमों के तहत कम दर वाले ठेकेदार को पंचायत की ओर से काम दिया गया. जेई की ओर से इन कार्यों को दिए एस्टीमेट में क्रशर की बजरी का हवाला दिया गया था. लेकिन जब कार्य शुरू हुआ तो संबधित ठेकेदार की ओर से खड्ड की बजरी पंचायत में हो रहे विकास कार्यों को लेकर दी गई. वार्ड सदस्य के अलावा और लोगों ने भी ठेकेदार द्वारा दी जा रही रेत व बजरी की गुणवत्ता पर सवाल उठाए है. इस संबध ने खतरवाड़ी वार्ड के सदस्य जितेंद्र ने पंचायत प्रतिनिधियों व पंचायत सचिव से भी इस मामले को उठाया. परंतु कहीं कोई कार्रवाई नहीं हुई.
वार्ड सदस्य ने शिकायत में कहा है कि आसपास की पंचायतों में हो रहे विकास कार्यों में क्रशर की बजरी का इस्तेमाल किया जा रहा है, तो हमारी पंचायत में मिट्टी मिली हुई बजरी का इस्तेमाल नियमों के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि उन्हें भी नियमों के अनुसार क्रशर की ही बजरी मिलनी चाहिए, जो संबंधित ठेकेदार की ओर से नहीं दी जा रही है. बीडीओ से की गई शिकायत में वार्ड सदस्य ने कहा है कि उनकी पंचायत में भी क्रशर की बजरी दिलवाई जाए और खड्ड से अवैध रूप से लाई जा रही बजरी पर रोक लगाई जाए ताकि अवैध खनन पर भी रोक लगे और पंचायत में हो रहे मुर मत कार्य के लिए इस्तेमाल किए जा रहे मैटिरियल की गुणवत्ता भी बनी रहे.
यह समस्या पंचायत को ही सुलझानी चाहिए। जेई को मार्क कर दिया है, मौके पर जाकर जेई देख लेंगे. यदि नियमों के अनुसार नहीं होता तो पंचायत अपने स्तर पर सही सामग्री के लिए ठेकेदार को निर्देश दे सकती है.