शिमला. शिक्षा, विधि और संसदीय मामले मंत्री सुरेश भारद्वाज ने प्रदेश के शिक्षकों से शिक्षा की गुणवत्ता और स्तर बढ़ाने के लिए सुझाव देने का आह्वान किया है. मंगलवार को पोर्टमोर के एक स्कूल में हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे. शिक्षा के प्रति समर्पण और संस्कार युक्त भाव से शिक्षा प्रदान करना नितांत आवश्यक है.
शिक्षा मंत्री ने शिक्षक महासंघ से प्रदेश के दूर-दराज के क्षेत्रों में जाने के लिए स्वैच्छिक अध्यापकों को प्रेरित करने को कहा है. उन्होंने कहा कि दृढ़ प्रयास करने पर सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता का स्तर निजी स्कूलों से बेहतर किया जा सकता है.
सरकारी स्कूलों में छात्रों के घटने पर मंत्री ने जताया असंतोष
शिक्षा मंत्री ने सरकारी विद्यालयों में छात्रों की कम हो रही संख्या पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस विषय पर गहन चिन्तन की आवश्यकता है. समाज के प्रति सभी का दायित्व है, इसलिए बच्चों को संस्कार आधारित शिक्षा प्रदान करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश को विकास की उंचाईयों तक ले जाने के लिए प्रदेश सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है.
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री पवन मिश्रा ने महासंघ के विभिन्न उद्देश्यों और चिन्तन पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि राष्ट्र सेवा व राष्ट्र भावना से कर्तव्यों का निर्वहन करना बहुत जरूरी होता है.
मौके पर पार्षद श्रीमती ब्रृज सूद, उप-निदेशक उच्चतर शिक्षा श्रीमती राजेश्वरी बत्ता, शिक्षा मन्त्री के ओएसडी डा. मामराज पुंडीर, राष्ट्रीय संयुक्त मन्त्री, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ श्री पवन मिश्रा, प्रधानाचार्य, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर श्री नरेन्द्र सूद, मातृ वन्दना संस्थान के प्रबन्धक श्री मही दत्त शर्मा, समाज सेवी श्री रोहिताश चन्द्र, राम कृष्ण दिप्टा, हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के पदाधिकारी, एसएमसी अध्यापक संघ और सी एण्ड वी अध्यापक संघ के पदाधिकारी, भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारी श्री सुरेन्द्र ठाकुर, पूर्व मीडिया प्रभारी श्री राजू ठाकुर, श्री नरेश शर्मा, युवा मोर्चा अध्यक्ष श्री परीक्षित, शिक्षक और गणमान्य लोग मौजूद रहे.