कांगड़ा (इंदौरा). हिमाचल प्रदेश की पंचायतों में निर्माण कार्य करवाने वाले व विकास की रीढ़ की हड्डी माने जाने वाले तकनीकी सहायकों के सामने वेतन संबंधी समस्या पिछले सात महीने से चल रही है. प्रदेश भर में कार्यरत लगभग 1000 हजार कर्मचारी वेतन संबंधी समस्या से काफी परेशान है.
7 माह से नहीं मिल रहा है वेतन
विकास खंड इन्दौरा के तकनीकी संघ के प्रधान कमलजीत सिंह ने बताया कि हमे पिछले 7 माह से वेतन नहीं मिला है. आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते अब तो दुकानदारों ने भी उन्हे उधार देना बंद कर दिया है. इसके साथ-साथ कई माह से बच्चों के स्कूल की फीस तक नहीं दे पाए हैं. अब तो सहकर्मी भी तकनीकी सहायकों को उधार देने में आनाकानी कर रहे है. उल्टा पंचायतों के कार्यों का बोज दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.
उन्होंने सरकार से मांग की है उन्हें हर माह समय पर वेतन दिया जाए
इन सब समस्याओं के चलते भी तकनीकी सहायक पूरी लगन से अपना कार्य कर रहे है. 2 माह पहले हिमाचल सरकार ने कुछ श्रेणियों के लगभग 500 तकनीकी सहायकों को नियमित भी किया था. नियमित तकनीकी सहायकों और दूसरे दैनिक वेतनभोगी तकनीकी सहायकों को किसी को भी वेतन नहीं मिला रहा है. जिसके चलते तकनीकी सहायक आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान चल रहे हैं. उन्होंने सरकार से मांग की है उन्हें हर माह समय पर वेतन दिया जाए.
इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी इंदौरा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि तकनीकी सहायकों की कुछ महीनों से वेतन संबंधी समस्या चल रही है. जोकि हमारे ध्यान में है. इनके वेतन संबंधी सभी ओपचारीकतायें नवंबर माह तक विकास खंड इंदौरा द्वारा पूरी कर ली गई है. क्योंकि इनके वेतन का प्रावधान मनरेगा के अंतर्गत केंदर सरकार द्वारा किया जाता है. जैसे ही केंद्र सरकार से बजट आएगा इनका वेतन दे दिया जाएगा.