शिमला: हिमाचल प्रदेश में मौसम का कहर जारी है. प्रदेश में 13 और लोगों की मौत हो गई है. राजधानी शिमला में नगर निगम के स्लाटर हाउस समेत सात भवन जमींदोज हो गए हैं. इसमें दो लोगों की दब कर मौत हो गई.
शिमला के समरहिल में भूस्खलन से जमींदोज हुए शिवबावड़ी मंदिर के मलबे से पांच और शव निकाले गए हैं. इस घटना में अब मृतकों की संख्या 13 पहुंच गई है. इसके अलावा कुल्लू के आनी में 3 और किन्नौर के पांगी गांव के दुनंग कंडे (काशंग नाला) में दो जबकि चंबा में एक मौत हुई है.
प्रदेश में दो दिन के भीतर ही 64 लोग आपदा से दम तोड़ चुके हैं. वहीं पौंग बांध से पानी छोड़ने से कांगड़ा जिले का इंदौरा और फतेहपुर क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं. यहां वायुसेना के हेलिकाप्टर से 1,000 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. दोनों क्षेत्रों में काफी नुकसान हुआ है. कुल्लू जिले के आनी उपमंडल की पोखरी पंचायत के रगेली गांव में दो मकान भूस्खलन की चपेट में आ गए. इससे तीन लोग मलबे में दब गए.
कल से भारी बारिश का येलो अलर्ट
प्रदेश में आज मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है. 18 से 20 अगस्त तक दोबारा प्रदेश में भारी बारिश का येलो अलर्ट है.
1220 सड़कें बंद, दो हाईवे ठप
हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा ने तबाही मचा रखी है. मंडी, शिमला, कुल्लू, जिला सिरमौर और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में 1,220 सड़कें बंद हैं. इससे बुधवार को भी दो हजार से ज्यादा रूट प्रभावित रहे. पेयजल स्रोतों में गाद आने से लोगों के घरों में पानी नहीं जा रहा है.
इसके अलावा सैंज-लूहरी-औट एनएच-305 और मंडी-कुल्लू-मनाली एनए-3 भी बंद हैं. लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग ने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की हैं. विभाग ने फील्ड में तैनात कर्मचारियों को सड़क बहाल करते समय एहतियात बरतने को कहा है.
जमीन के भीतर से लगातार पानी निकल रहा है. लोक निर्माण विभाग का दावा है कि सड़कों को बहाल करने के लिए 25 हजार अधिकारी और कर्मचारी फील्ड में डटे है. इसके अलावा सात सौ डोजर और जेसीबी लगाई गई हैं.
कई इलाकों में ब्लैक आउट
हिमाचल प्रदेश में 1,841 ट्रांसफार्मर बंद होने से कई क्षेत्रों में बिजली गुल है. पेड़ गिरने से बिजली के तार टूट गए हैं. कई ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं.