सिरमौर -जिले में इस बार लहसुन की बंपर पैदावार हुई है. खास बात यह भी है कि यहां उत्पादित होने वाले लहसुन की मांग दक्षिण भारत के कई हिस्सों में होती है. बता दें कि सिरमौर जिला पूरे प्रदेश में लहसुन उत्पादन के लिए जाना जाता है.
इन इलाकों में अधिक मात्रा में होता है लहसुन का उत्पादन
सिरमौर के ऊपरी इलाके हरिपुरधार,बयोंग,चाडना,गत्ताधार में भारी मात्रा में लहसुन का उत्पादन होता है. खास बात यह है कि इस बार उत्पादन में करीब तीन गुणा बढ़ोतरी हुई है. आम तौर पर यहाँ करीब हजार मीट्रिक टन के करीब उत्पादन होता था, मगर इस बार यहाँ 40 हजार मीट्रिक टन पैदावार की उम्मीद लगाई जा रही है.
दरअसल क्षेत्र में उत्पादित होने वाला लहसुन उत्तम किस्म का होता है.इसीलिए यहां के लहसुन की मांग और ज्यादा बढ़ जाती है. इन दिनों दर्जनों गाड़ियां लहसुन लेकर विभिन्न राज्यों की तरफ जा रही है. जिनमें तमिलनाडु, केरल जैसे कई राज्य शामिल है.
लहसुन के बम्पर पैदावार के कारण दामो में कुछ गिरावट जरूर आई है, जिससे उत्पादक परेशान नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष दाम नहीं मिल रहे हैं. वहीं लहसुन के कई खरीदारों ने भी लहसुन की स्टोरेज शुरू कर दी है और दामों में उछाल का इंतजार कर रहे हैं.
उचित मूल्य नहीं मिलने से किसान परेशान
गत वर्ष लहसुन 13 हजार से 15 हजार प्रति क्विंटल बाजार में बिका था. मगर इस बार 6 से 7 हजार रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है. देखना होगा कि दामो में बढ़ोतरी का इन्तजार कर रहे किसानों को कब राहत की खबर मिल पाती है.