बारां. राज्य के किसानों के द्वारा की जा रही मांगों में दो को छोड़कर राज्य सरकार ने सभी मांगें मान ली है. भारतीय किसान संघ के प्रांत सहप्रचार प्रमुख हेमराज यदुवंशी ने बताया कि सरकार की ओर किसानों की लगभग सारी बातें मान ली गई हैं. इस संदर्भ में सरकार जल्द ही आदेश जारी करेगी. उन्होंने बताया कि राजस्व समेत जिले के साथ राज्य की लंबित परवन वृहद् व हथियादह सिंचाई परियोजनाओं के बारे में भी चर्चा हुई है. इसमें परवन के कार्यादेश जारी हो गये हैं इसके साथ ही किशनगंज क्षेत्र की हथियादह योजना की एनओसी भी जारी हो चुकी है.
करीब तीन दर्जन मांगों पर विभिन्न विभागों के मंत्रियों की मौजूदगी में बात करते हुए उनके निराकरण के लिए समझौता हुआ है.
प्रांत सह प्रचार ने बताया कि किसान सहकारी समितियों का फसली ऋण 31 मार्च के बजाय 30 जून तक जमा करवा सकेगें, बिजली के बिलों में छह महिने तक कोई पैनेल्टी नहीं देना होगा साथ ही कनेक्शन भी नहीं कटेगा.
उन्होनें बताया कि सभी मंडियों में दो माह के अंदर इलेक्टोनिक कांटों से ही तोल होगा. वहीं गुजरात की तर्ज पर अब समर्थन मूल्य से नीचे मंडियों में बोली न लगे इसके लिए कानून बनाया जाएगा. साथ ही इस साल सरसों मूंगफली आदि की खरीद न होने से किसानों को हुए नुकसान का आंकलन कर राज्य सरकार केन्द्र से पैकेज की मांग करेगी.
समझौते के बाद अब बिजली विभाग की समझौता समितियों व अन्य कई समितियों में किसानों का पक्ष रखने के लिए किसान संघ को प्रतिनिधित्व मिलेगा. यह भी तय किया गया है कि अब हर विधानसभा सत्र में एक दिन खेती किसानी पर चर्चा होगी जिसकी शुरुआत मानसूनसत्र से हो जायेगी. हर तीन महिने में किसान संघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर किसानों की समस्याओं के बारे में चर्चा कर उनके निराकरण के प्रयास किये जायेंगे.
समझौता वार्ता गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में हुई. जिसमे कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, सहकारिता मंत्री अजयसिंह कलिक, सिंचाई मंत्री डा. रामप्रताप, उर्जामंत्री पुष्पेन्द्र सिंह समेत राज्य सम्बंधित विभागों के उच्च अधिकारी व भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी मौजूद रहे. वार्ता के दौरान भारतीय किसान संघ के प्रदेशाध्यक्ष मणीलाल लबाना के नेतृत्व में प्रदेश महामंत्री कैलाश गन्दोलिया, सहमहामंत्री जगदीश शर्मा, जोधपुर प्रांत अध्यक्ष हीरालाल चैधरी व महामंत्री दूलाराम, चित्तौड़ प्रांत महामंत्री प्रवीण सिंह, प्रदेश संगठन मंत्री कृष्ण मुरारी, जयपुर प्रांत अध्क्ष छोगालाल सैनी समेत नरेश व्यास, गजानन्द कुमावत, रमावतार मीणा, छौटेलाल सैनी ने किसानों का पक्ष सरकार के सामने रखा.