मंडी. कोटरोपी गांव में 12 अगस्त की रात हुए भीषण भूस्खलन के बाद, अभी भी हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं. मलबा इतना अधिक है कि उसे हटाने में प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं. इन सबमें वो बच्चे ज्यादा पिस रहे हैं, जिन्हे इसी रास्ते को पार करते हुए, अपने स्कूल या कॉलेज जाना पड़ता है. भूस्खलन के बाद कई स्कूलों ने अब दो दिनों की छुट्टी की घोषणा कर दी है.
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भारी मात्रा में मशीनरी भी बुलाई गई है, लेकिन मलबे के बीच से पानी निकलने के कारण परेशानी और भी बढ़ गई है. मलबा हटाने में हो रही देरी के कारण, कदमों की दूरी अब किलोमीटरों में तब्दील हो गई है. लोगों को टैक्सी करके पहले कोटरोपी पहुंचना पड़ रहा है, फिर वहां से पैदल मलबे को पार करना पड़ रहा है. उसके बाद दूसरी तरफ पहुंचकर दोबारा टैक्सी लेनी पड़ती है.
ऐसे में लोगों का पैसा और समय दोनों की बर्बादी हो रही है. पधर की तरफ आने-जाने वाले लोगोंं ने प्रशासन से दोनों तरफ से बस सेवाएं चलाने की मांग उठाई है. ताकि लोगों की परेशानी थोड़ी कम हो सके.
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