चिंतपूर्णी (ऊना). चिंतपूर्णी में रविवार रात से हो रही बारिश से किसानों के चेहरे एक बार फिर से खिल गए हैं. फसलों की बुआई के बाद काफी समय से यहां किसानों की जरुरत के अनुसार बारिश नहीं हो रही थी. जिला में अच्छी बारिश न होने के कारण किसान वर्ग अपनी फसलों के लिए काफी चिंतित था.
हालांकि पिछले महीने हुई बारिश फसलों के लिए नाकाफी थी. लेकिन इस बारिश ने किसानों को काफी सहारा दिया है. किसानों को फसलों के लिए अच्छी बारिश का बड़ा बेसब्री से इंतजार था. यह बारिश गेहूं की फसलों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है.
इससे गेहूं की फसल को तो फायदा होगा ही साथ ही दलहनी फसलों व फलों की पैदावार में भी इजाफा होगा. किसान देस राज, हरभजन, राम कृषण, रजाक, ठाकुर, प्रमोद कुमार, ओंकार सिंह का कहना है कि यह बारिश फसलों के लिए जीवनदायिनी है. फसलों को काफी समय से सिंचाई की जरूरत थी. बारिश के पानी से जिस तरह की सिंचाई होती है, वह ट्यूबवेल या अन्य कृत्रिम सिंचाई संसाधनों से नहीं मिलती.
पिछले काफी समय से जरुरत के अनुसार बारिश न होने से कारण फसलों को कई बिमारियों ने जकड़ना शुरू कर दिया था. जिससे किसानों को अपनी फसलों की पैदावार की चिंता सताने लगी थी. अब जब आसमान से राहत की बूंदे बरसी हैं तो किसानों ने भी राहत की सांस ली है. किसानों ने बारिश के बाद अब अपने खेतों का रुख कर लिया है. फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए किसानों ने खाद व कीटनाशकों का छिडकाव करना अब शुरू कर दिया है.