शिमला. विधानसभा के मानसून सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया. सदन में दूसरे दिन भी कोटखाई में छात्रा के साथ हुए गैंगरेप और हत्या के मुद्दे पर विपक्ष ने जमकर हल्ला किया. इसके चलते सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत सदन में पूर्व विधायक बलवंत सिंह नेगी के निधन पर शोक व्यक्त कर की गई. सीएम वीरभद्र सिंह ने ये शोक प्रस्ताव पेश किया.
वहीं, सदन में विपक्ष कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर अड़ा रहा. भाजपा विधायक सुरेश भारद्वाज ने मंडी के धर्मपुर में हुए नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप के मुद्दे को उठाया और इसकी तुलना कोटखाई गैंगरेप से की. विपक्ष सदन में लगातार हंगामा करता रहा. जिसके बाद सत्तापक्ष के सदस्य भी अपनी सीटों से उठे. इसके बाद सदन में हंगामा बढ़ गया और अध्यक्ष ने कार्यवाही 15 मिनट के लिए टाल दी. 15 मिनट बाद जब सदस्य सदन में आए तो एक बार फिर सदन की कार्यवाही शुरू नहीं हो सकी.
पीठासीन सभापति आशा कुमारी ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा की. 12 बजे के बाद जब सदन फिर से शुरू हुआ तो बीजेपी विधायकों की नारेबाजी के बाद सदन को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया. वहीं, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने विपक्ष पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष की इस प्रकार की गुंडागर्दी सहन नहीं की जाएगी.