हमीरपुर. तीन जिलों की संगम स्थली जाहू बस स्टैंड लंबे समय से अनदेखी का शिकार रहा है. हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी जिला को जोड़ने वाले कस्बे जाहू में मूलभूत सुविधाओं की कमी है. जाहू कस्बे में एकमात्र बस अड्डे की हालत पिछले काफी समय से दयनीय बनी हुई है लेकिन सरकार और प्रशासन इसकी सुध नहीं ले रहा है. बस अड्डे के अलावा कस्बे के बाजार में भी गंदगी पसरी रहती है और बस अड्डे की जमीन पर बने बड़े-बड़े गड्ढे, इसकी दयनीय हालत को बयान कर रहे है.
जाहू कस्बे की अनदेखी भाजपा और कांग्नेस दोनों के शासन काल में होती रही है. जिसके चलते स्थानीय लोगों की परेशानियां हमेशा बनी रहीं. अधिकारियों को समस्या के बारे में बार-बार अवगत करवाने पर भी कोई हल नहीं निकाला जाता. बारिश होने पर पूरा बस स्टैंड पानी से भर जाता है जिससे दुर्घटना का अंदेशा हमेशा बना रहता है. लोगों के मुताबिक सरकारों ने उनके कुछ नहीं किया.
20 साल पुराना है बस स्टैंड
गौरतलब है कि जाहू बस स्टैंड करीब 20 साल पुराना है. इस समय हालत यह है कि बस अड्डे में करीब 35 बसें ही खड़ी की जा सकती हैं, जबकि इसकी क्षमता 200 से अधिक बसें खड़ी करने की है. जाहू बस अड्डा पर बसों की आवा-जाही बहुत ज्यादा होती है और इसकी हालत दिन ब दिन बद से बदतर होती जा रही है.