कुल्लू. जिला कुल्लू की पर्यटन एवं धार्मिक नगरी मनीकर्ण में इन दिनों पार्वती नदी को कूड़ादान बनाया जा रहा है. वहीं, साथ लगती एनएचपीसी आवासीय कॉलोनी में भी कूड़े की बदबू के कारण लोगों को भी काफी पेरशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि एनएचपीसी की आवासीय कॉलोनी में परियोजना के अधिकारी और कर्मचारी परिवार सहित रहते हैं. उनका कहना है कि कॉलोनी के पास लगे कूड़े के ढेर से काफी बदबू आती है. जिससे कॉलोनी के लोगों को मुंह ढ़ककर यहां से गुज़रना पड़ता है.
लोगों का कहना है कि इस स्थान पर आस-पास के गांवों के लोग कूड़ा फेंकते हैं. साथ ही मनीकर्ण तथा जरी की ओर से आने-जाने वाले लोग भी यहीं पर कूड़ा फेंक कर जाते हैं. कॉलोनी में रह रहे लोगों का यह भी कहना है कि लोग गाड़ी में आते-जाते समय यहां पर कूड़ा-करक़ट फेंक कर जाते हैं. चाहे वह पर्यटक हो या स्थानीय लोग.
गौर है कि कुल्लू जिला में जोरों शोरों से सफाई अभियान चलाया गया था. जिसके अंतर्गत सभी जगहों की साफ सफाई की गई. स्वच्छता अभियान के बावजूद भी मनीकर्ण की एनएचपीसी कॉलोनी के पास गंदगी का आलम है. जो जिला में चलाए गए स्वच्छता अभियान की पोल खोल रहा है. जिससे यहां आने-जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
यहां से गुज़रने वाले राहगीरों का कहना है कि कॉलोनी के पास लगे गंदगी के ढेर से लोगों को दिक्कत हो रही है. साथ ही इस कूड़े से गंदी बदबू उत्पन्न होती है जो कई प्रकार की बीमारियों का न्यौता दे रही हैै. गौरतलब है कि हज़ारों की ताद़ाद में पर्यटक यहां घूमने आते हैं लेकिन जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं हैं.
गौर रहे कि स्वच्छता की राष्ट्रीय रैंकिंग में कुल्लू जिला ने देश भर में प्रथम स्थान हासिल किया है. कुल्लू जिला को यह रैंक पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय द्वारा तय किए गए सभी मानकों की कसौटी पर परखने के बाद ही दिया गया है.