कांगड़ा (ज्वालामुखी). विश्व विख्यात शक्ति पीठ ज्वालामुखी मंदिर में अश्विन नवरात्रे के आठवें दिन माँ महागौरी के रूप में ज्वाला माँ की पूजा की जाती है. नौ नवरात्रों में नौ देवियों का पूजन किया जाता है. इस दिन हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र ज्योतियों के दर्शन किये और माँ का शुभ आशिर्वाद प्राप्त किया.
कन्या पूजन किया गया
पुजारी अविनेंद्र शर्मा के कहा कि विश्व विख्यात ज्वालामुखी मंदिर में अश्विन नवरात्रों की अष्टमी नवरात्रे को हजारों श्रद्धालुओं ने ज्वाला माँ का पूजन किया जाता है. इस दिन महागौरी के रूप में ज्वाला माँ के दर्शन कर रहे है. ज्वाला माँ अपने सभी भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूरा करें. कई लोगों ने अपने बच्चे का मुंडन भी करवाया. इस दिन ज्वाला माँ को हलवे -पूरी का भोग भी लगाया और फिर कन्या पूजन भी किया. आज मंदिर में मुंडन करवाने का महत्व होता है. अष्टमी वाले दिन व्रत वाले श्रद्धालु अपना अपना व्रत का पूजन करते है और व्रत रखे होते है. वह ज्वाला माँ को हलवा पूरी का भोग लगाकर व्रत को तोड़ते है.
यहां श्रद्धालु ने कहा कि हम हर साल महागौरी की पूजा करने आते हैं . ज्वाला माँ के मंदिर में अश्विन नवरात्रों में ज्वाला माँ अपने सब भक्तों की मनोकामनायें पूरी करती है. मंदिर प्रशासन का इंतजाम भी बिलकुल ठीक है. श्रद्धालुओं की सुविधा के सभी प्रबंध किये हुए थे. ऑस्ट्रेलिया से आये हुये श्रद्धालुओं ने बताया मंदिर में सफाई व्यवस्था का खास ध्यान देना चहिए. ज्वाला माँ की ज्योतियों के दर्शन करके बहुत अच्छा लगा प्रशासन ने श्रद्धालुओं को दर्शन करवाने के अच्छे इंतजाम किये हुये है.