श्रीनगर. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का आज 30 जनवरी सोमवार को समापन हो गया है. तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई ये यात्रा 145 दिनों में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरते हुए करीब करीब 4,080 किलोमीटर की दूरी तय कर जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर पहुंची. जहां राहुल गांधी ने रविवार को ऐतिहासिक लाल चौक जाकर तिरंगा फहराया और कहा कि भारत से किया गया वादा पूरा हो गया है.
भारत जोड़ो यात्रा का आज आखिरी दिन
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की आज क्लोजिंग सेरेमनी होगी. यह यात्रा 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी. श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में दोपहर 12.30 बजे औपचारिक तौर पर यात्रा का समापन किया जाएगा. समापन समारोह के मौके पर 12 विपक्षी दलों के शामिल होने की उम्मीद है. क्लोजिंग सेरेमनी में 21 दलों के अध्यक्ष शामिल हो सकते हैं. हाल ही पार्टी प्रेसिडेंट मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन दलों को आमंत्रित किया था. इसके अलावा इस कार्यक्रम में फिल्म मेकर विशाल भारद्वाज उनकी पत्नी और गायिका रेखा भारद्वाज भी शामिल होंगी.
राहुल ने एक दिन पहले ही लाल चौक पर फहराया तिरंगा
रविवार 29 जनवरी को श्रीनगर के लाल चौक पर राहुल गांधी ने तिरंगा फहराया था. वह सुरक्षाकर्मियों की गाड़ी में वहां पहुंचे. उनके साथ बहन प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. जब यात्रा दिल्ली पहुंची थी, तब 9 दिन का रेस्ट (24 से 2 जनवरी) दिया गया था. इस तरह राहुल ने 135 दिन यात्रा की.
145 दिनों में कहां-कहां से गुजरी यात्रा?
145 दिनों की भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होती हुई केरल, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, एमपी, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, यूपी और फिर जम्मू-कश्मीर तक पहुंची. लेकिन विधानसभा चुनाव के समय गुजरात और हिमाचल प्रदेश में यात्रा के नहीं पहुंचने पर पार्टी को आलोचना का सामना करना पड़ा तो राहुल गांधी ने इसका दो टूक शब्दों में जबाव दिया कि भारत जोड़ो यात्रा का मकसद राजनीतिक प्रचार में शामिल होना नहीं है बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक जागरूकता फैलाना है.
नामचीन हस्तियां हुई शामिल
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में राजनीति, कला, खेल और सिनेमा जगत की कई नामचीन हस्तियां भी शामिल हुईं. कांग्रेस पार्टी की तरफ से भूपेश बघेल, अशोक गहलोत, प्रियंका गांधी, सचिन पायलट जैसे नेता तो उनके साथ जुड़े ही, साध ही मेधा पाटकर, तुषार गांधी, आनंद पटवर्धन, अमोल पालेकर, पूजा भट्ट, स्वरा भास्कर, सुनिधि चौहान, रश्मि देसाई, ऋतु शिवपुरी, उर्मिला मातोंडकर, मो. अजहरुद्दीन, कैप्टन बाना सिंह भी शामिल हुए. दूसरे दलों से उनकी यात्रा में शामिल होने वालों में तेजस्वी यादव, संजय राउत, फारुख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती जैसे नाम भी शामिल हैं.
उन्होंने यात्रा को अपने जीवन का सबसे गहरा और सुंदर अनुभव बताया
राहुल गांधी ने यात्रा को लेकर कहा कि मैं लाखों लोगों से मिला, उनसे बात की. मेरे पास शब्द नहीं है कि मैं इसका अनुभव आपको बता सकूं. इस यात्रा का उद्देश्य देश को एक करना था. यह यात्रा देशभर में फैली हिंसा और नफरत के खिलाफ थी. हमें इसके प्रति लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिली. हमें भारत के लोगों का लचीलापन, उनकी ताकत, प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिली.
श्रीनगर में बोले राहुल- जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली हो
रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस राहुल गांधी ने कहा कि आर्टिकल 370 पर हमारा स्टैंड क्लियर है. हमारी वर्किंग कमेटी में इसकी चर्चा हुई है, इसके दस्तावेज दिखा दूंगा. हम जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा के मुताबिक, आर्टिकल 370 हटने के बाद यहां सब ठीक हो गया है, लेकिन यहां टारगेट किलिंग हो रही है. लोगों में डर का माहौल है. अगर सब कुछ ठीक है तो अमित शाह जम्मू से श्रीनगर तक पदयात्रा करके दिखाएं.