कांगड़ा (देहरा). पौंग झील में शीतकालीन प्रवास के दौरान आने वाले विदेशी मेहमान पक्षियों की सुरक्षा को लेकर वन्य प्राणी विभाग बड़े-बड़े दावे करता नहीं थकता है, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है.
15 चौकियां स्थापित की हैं
विभागीय सूत्रों की माने तो विभाग ने इनकी सुरक्षा के लिए 15 चौंकिया स्थापित की है. जिनमें 6 नगरोटा सुरियां, 3 ज्वाली, 3 देहरा व 3 भटोली फकोरियां में बनाकर पूरी निगरानी करने के दावे किये जा रहे हैं.
पत्थर मार कर विदेशी मेहमान पक्षियों को उड़ा रहे थे
भटोली फकोरियां न ही कोई चौकी, ना ही कोई विभागीय अधिकारी या कर्मचारी. शुक्रवार को वहां छोटे बच्चे और विदेशी पर्यटक पत्थर मारकर पक्षियों को उड़ा रहे थे. क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए यह खिलवाड़ हो चुका है मगर वह यह नहीं समझ पाते कि इससे पक्षी डर जाते हैं. उन्हें रोकने और नजर रखने के लिए कोई विभागीय अधिकारी या कर्मचारी वहां नहीं था.
लोगों का कहना है कि हर वर्ष शीतकालीन प्रवास पर हजारों मील की दूरी तय कर चीन, यूरोप, साइबेरिया, रूस आदि देशों से अक्टूबर माह से फरवरी माह तक यहां आते हैं. आजतक हमने यहां कोई चौकी नहीं देखी, शायद विभाग कागजों में ही चौकियां बनाकर इनकी रक्षा करता होगा. इस बारे में जब वन्य प्राणी विभाग नगरोटा सुरियां के रेंज अधिकारी दलीप सिंह से पूछा तो वह कोई ठोस उत्तर नहीं दे पाए.