बारां. सर्राफा कारोबारियों को जीएसटी की बारीकियों से रूबरू करवाया गया. वाणिज्य कर विभाग की पहल पर शहर के एक निजी रिसोर्ट में सर्राफा कारोबारियों की कार्यशाला लगायी गयी. कार्यशाला में वाणिज्य कर बारां वृत सहायक आयुक्त कुलदीप कुमार गुप्ता, ट्रेनर उमंग नंदवाना, राज्य कर अधिकारी दिलीप मीणा, कनिष्ठ कर अधिकारी दिनेश सोनी, सहायक योगेश कुंभारे, प्रहलाद महावर, अशोक बिलाल की टीम ने सर्राफा कारोबारियों को जीएसटी के बारे में जानकारी दी. इसे आसान व सरल प्रक्रिया वाली प्रणाली बताया.
मुख्य प्रशिक्षक उमंग नंदवाना ने व्यापारियों को तीनों श्रेणियों की जानकारी देकर अलग-अलग तरीके से कारोबार करने तथा टैक्स के बारे में जानकारी दी. नंदवाना ने बताया कि प्रथम श्रेणी में वैसे व्यापारी आते हैं जो टैक्सधारक हैं तथा दूसरी श्रेणी में कम्पोजिशन स्कीम के भीतर रहकर कारोबार करने वाले लोग आते हैं. वहीं बीस लाख के दायरे में रहने वाले कारोबारियों को टैक्स इनपुट का लाभ नहीं मिलने की बात बताते हुए पुराने व नए माल के जेवर बनाने और उन्हे बेचने की जानकारी दी तथा नई व्यवस्था के तहत रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, टैक्स जमा कराने के तरीके, रिटर्न फाइल तथा संक्रमणकालीन जैसे कम्पोजिशन स्कीम के प्रावधान, ट्रेनर्स व विनिर्माता, जॉब वर्क तथा विभिन्न कर दरों इत्यादि की जानकारी व्यापारियों को दी.
जागरूकता कार्यशाला में साठ से अधिक व्यापारी उपस्थित रहे. ट्रेनर उमंग नंदवाना, कर अधिकारी दिलीप मीणा, दिनेश सोनी तथा कुलदीप गुप्ता ने जीएसटी से संबंधित व्यापारियों के सवालों के जवाब दिये.
जागरूकता कार्यशाला की अध्यक्षत सर्राफा संघ अध्यक्ष ललितमेाहन खंडेलवाल ने की. इस कार्यक्रम में टेक्स बारां एसोसिएशन अध्यक्ष महेश अग्रवाल, वरिष्ठ कर सलाहकार त्रिलोकचंद गर्ग तथा एमएस गुप्ता भी उपस्थित रहे.