श्री नैना देवी(बिलासपुर). नेशनल हाईवे 21 विकास खंड स्वारघाट से लेकर गंबर पुल तक सफर करना खतरे से खाली नहीं है. यहां सड़क किनारे सैकड़ों बड़े-बड़े पत्थर हवा में लटके हुए हैं, जो कभी भी मौत बनकर नीचे आ सकते हैं. बीती बरसात को अभी तक कोई भूला नहीं होगा, क्योंकि बरसात में भी यह पत्थर मौत बनकर नीचे आए थे और कई लोगों की जान लेकर गए थे. जिसमे कई घरों के चिराग बुझ गए थे.
यह पत्थर इतने बड़े-बड़े हैं कि एक पत्थर गिरने से एक साथ कई गाड़ियां तबाह हो सकती है. हैरानी की बात तो यह है कि आज तक संबंधित विभाग को यह इतने बड़े-बड़े पत्थर दिखाई ही नहीं दिए और अगर दिखाई दिए तो इन्हें तोड़ने का काम शुरू क्यों किया गया. इससे अब तो यह पत्थर बिना बारिश के ही नीचे सड़क पर गिरने शुरू हो गए हैं.
जब बिना बारिश से ही यह पत्थर नीचे गिर रहे हैं तो बरसात के वक्त भारी बारिशों में क्या होगा. इस नेशनल हाईवे में दिन भर में हजारों छोटी बड़ी गाड़ियों की आवाजाही लगी रहती है. ऐसे में इस सड़क पर चलना खतरे से खाली नहीं है. संबंधित विभाग को चाहिए कि समय रहते ही इन पत्थरों को किसी तरीके से तोड़कर नीचे गिरा दिया जाए. ताकि कोई बड़ी घटना ना घट सके.