मंडी. स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर के गृह जिला मंडी के सबसे बड़े जोनल अस्पताल की व्यवस्था बुरी तरह चरमराई हुई है. यहां आलम यह है कि एक ही बिस्तर पर दो-दो मरीजों को लेटाया गया है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि मरीजों का ईलाज कैसे किया जाता होगा. सबसे ज्यादा दयनीय स्थिति अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड और गायनी वार्ड की है.
जब अस्पताल में एक सैनिक टोडरमल अपनी बूढ़ी मां का ईलाज करवाने के लिए जोनल अस्पताल पहुंचा, तो मां को भर्ती करवाने के लिए कहीं बिस्तर नहीं मिला. अस्पताल प्रबंधन ने एक अन्य मरीज के साथ बिस्तर साझा करने को कहा. टोडरमल ने इसका विरोध किया तो उन्हें किसी दूसरे अस्पताल में जाने की सलाह दे दी गई. टोडरमल ने सरकार और अस्पताल प्रबंधन से पूछा है कि अगर किसी दूसरे अस्पताल में ही जाना है तो फिर जोनल अस्पताल का संचालन क्यों किया जा रहा है. इन्होंने स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर को सलाह दी है कि जिला के सबसे बड़े अस्पताल की चरमराई हुई व्यवस्था को जल्द से जल्द सही करे.
बताते चलें कि जोनल अस्पताल मंडी में एक बिस्तर पर दो मरीजों को लेटाने का यह कोई नया मामला नहीं है, इससे पहले भी अस्पताल की इस खराब व्यवस्था को लेकर कई बार फजीहत हो चुकी है, लेकिन फिर भी सरकार और स्वास्थ्य विभाग व्यवस्था सुधार की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. अंदाजा लगा सकते हैं कि जब एक ही बिस्तर पर दो-दो मरीजों को लेटाए जाएगा तो किस प्रकार से उनका ईलाज किया होगा. इसके अलावा बाखली गांव से अपने बच्चे का ईलाज करवाने आए रामलाल ने बताया कि शिकायत करें तो भी किसके पास करें, कोई सुनने वाला ही नहीं है.