चिंतपूर्णी(ऊना). तेज तर्रार पुलिस अधिकारीयों में शुमार एसपी संजीव गांधी द्वारा खनन माफियाओं के खिलाफ छेड़ा गया अभियान प्रदेश की भाजपा सरकार को रास नही आया. सरकार द्वारा एसपी संजीव गांघी का तबादला कर दिया गया है. उनकी जगह अब दिवाकर शर्मा ने एसपी ऊना का कार्यभार संभाल लिया है. प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में खनन माफिया के मुद्दे को ढाल बनाकर चुनाव में दो तिहाई बहुमत से सत्ता तक पहुंचने वाली भाजपा भी अब कांग्रेस सरकार की राह पर चलती दिख रही है. खनन माफिया के खिलाफ की गई कार्रवाई का हर्जाना एसपी गांधी को तबादले के रूप में चुकाना पड़ा है.
22 मामले दर्ज करते हुए 37 गाड़ियों को जब्त किया
एसपी संजीव गांधी इन दिनों अवैध खनन के खिलाफ छेड़े गए अभियान के कारण जिला भर में दीमक की तरह फैले खनन माफिया के लिए नासूर बन गए थे. जिन पर शिकंजा कसना गांधी पर ही महंगा पड़ गया है. जिसके परिणामस्वरुप उनको यहां से हटाकर उनका तबादला जुंगा बटालियन शिमला में कर दिया गया है. उनके तबादले से खनन माफियाओं के हौंसले फिर से बुलंद हो गए हैं. जिले में अब खनन माफिया एक बार फिर से सक्रिय हो जाएंगे, जो एसपी संजीव गांधी के यहां रहते अवैध खनन नहीं कर पा रहे थे. जिला ऊना खनन का एक बड़ा केंद्र है, यहां से खनन माफिया अवैध रूप से खनन करके मंहगे दामों पर पड़ोसी राज्य पंजाब में सप्लाई करके चांदी कूट रहे थे. इन दिनों एसपी द्वारा अवैध खनन के खिलाफ खनन माफियाओं में हडकंप मचा हुआ था. उन्होंने पिछले दो हफ्तों में ही खनन माफिया पर कार्रवाई करते हुए जिला भर में करीब 22 मामले दर्ज करते हुए 37 गाड़ियों को भी जब्त किया है.
एसपी गांधी को हटाकर जुंगा बटालियन शिमला में तबादला कर दिया गया
पुलिस जांच में पाया गया कि अवैध खनन माफिया द्वारा बड़े स्तर पर फर्जी बिल बनाकर कालाबाजारी चलाई जा रही थी. बिलों में 16 तक भार दिखाकर टिप्पर में उससे दुगुना भार ढोया जा रहा था. हद तो तब तो गई जब एसपी गांधी और क्रेशर मालिकों में ठन गई और इस कार्रवाई से खिन्न हुए जिला के क्रेशर संघ ने हड़ताल पर पर जाने का ऐलान कर दिया. अब जब एसपी गांधी का यहां से हटाकर जुंगा बटालियन शिमला में तबादला कर दिया है तो खनन माफिया ने भी राहत की सांस ली है. बहरहाल एसपी गांधी के तबादले को खनन माफिया के खिलाफ छेड़े गए अभियान के साथ जोड़कर देखा जा है.
एसपी दिवाकर शर्मा अब क्या करेंगे खनन माफियाओं का
तबादले को लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है. लोग द्वारा भाजपा सरकार के इस फैंसले को लेकर प्रश्न चिह्न उठाए जा रहे हैं. लोगों का कहना है कि जब प्रदेश की भाजपा सरकार के पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने खुद खनन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात की है. अब जब जिला पुलिस ने खनन माफिया के खिलाफ कानूनी शिकंजा कसा है तो भाजपा सरकार ने खनन माफिया के दबाव में आकर निष्ठा से कार्य करने वाले पुलिस अधिकारी को सम्मानित करने की बजाए उसका तबादला करके इसका इनाम दिया है. अब देखना यह होगा कि संजीव गांधी की जगह पर आए ऊना के नए एसपी दिवाकर शर्मा खनन माफिया के खिलाफ छेड़ी गई मुहीम को ओर तेज करेंगे या नहीं.