नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के किसानों का ऋण माफी के लिए इंतजार आज से खत्म हो रहा है. गुरुवार से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर्जमाफी की शुरुआत कर रहे हैं. वे लखनऊ के स्मृति उपवन में 7,574 किसानों को ‘ऋण माफी प्रमाण-पत्र’ बांटेंगे. इसके साथ ही यूपी के 74 जिलों में इस योजना के अंतर्गत योग्य किसानों के बीच प्रमाण-पत्र का बंटना शुरु हो जाएगा. 5 सितंबर से प्रभारी मंत्री विभिन्न जिलों के किसानों को प्रमाण-पत्र बांटेंगे.
86 लाख किसानों को मिलेगा फायदा
पहले चरण में 27.5 लाख किसानोंं को ‘फसल ऋण मोचन योजना’ के तहत ‘ऋण माफी प्रमाण-पत्र’ बांटे जाएंगे. सरकार ने राज्य के कुल 86 लाख किसानों के लिए 36 हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान रखा है. कैबिनेट की पहली बैठक में ही योगी सरकार ने छोटे व मझोले किसानों के ऋण-माफी करने की घोषणा की थी.
ऋणमोचन प्रमाण पत्र का वितरण आज दोपहर 3 बजे से शुरु होगा. सवा घंटे के कार्यक्रम में करीब 55 किसानों को योगी अपने हाथों से प्रमाण पत्र(चेक) बांटेंगे. उसके बाद बाकी किसानों को चेक दिया जाएगा. सरोजनीनगर तहसील से 448, सदर से 625, बीकेटी से 1727, मलिहाबाद से 2117 और मोहनलालगंज से 2657 किसानों को चेक दिया जाना है. किसानों को लाने-ले जाने के लिए 134 रोडवेज बसों को लगाया गया है और उनके खाने-पीने की भी व्यवस्था की गई है.
जबर्दस्त सुरक्षा के इंतजाम
कार्यक्रम के दौरान जबर्दस्त सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. पुलिसकर्मियों के अलावा पीएसी को भी तैनात किया गया है. कार्यक्रम के बाहर सुरक्षा के लिए 600 सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है. बम निरोधक दस्ते के अलावा एम्बुलेंस व अन्य सुविधाओं की भी व्यवस्था की गई है.
सिर्फ छोटे-मझोले किसान
फसल ऋण मोचन योजना के तहत उन किसानों को चेक दी जाएगी जिनके खाते आधार कार्ड से जुड़ चुके हैं. यह माफी सिर्फ फसल-ऋण पर ही लागू होंगे. इस योजना का लाभ वही किसान ले सकते हैं जिनके पास पांच एकड़ या उससे कम खेत हैं. गौरतलब है कि जिन किसानों ने एक लाख तक का कर्ज ले रखा है, उनका कर्ज ही माफ हो रहा है.