नई दिल्ली. वसुंधरा राजे सरकार द्वारा पेश किए गए आपराधिक कानून विधेयक पर चौतरफा विरोध झेलने के बाद प्रदेश सरकार इस पर पुनर्विचार करने को राज़ी हो गई है. सोमवार को यह विधेयक राजस्थान की विधानसभा में पेश किया गया था. जिसके बाद भारी हंगामे के बीच सदन को स्थगित करना पड़ा था.
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लागू नहीं होने देंगे यह अध्यादेश
वहीं इस विधेयक को लेकर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने वसुंधरा सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पूरी तरह से इस अध्यादेश का विरोध करेगी. यह एकदम काला कानून है जिसके ज़रिए चार साल के भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश की जा रही है. सचिन पायलट ने कहा कि वह इस अध्यादेश को कतई लागू नहीं होने देंगे.
बीजेपी में भी विरोध के स्वर
बीजेपी के इस विवादित बिल को लेकर न सिर्फ़ विपक्षी पार्टियाँ बल्कि खुद उन्ही के कई नेता विरोध कर रहे हैं. सोमवार को ही जब यह विधेयक पेश हुआ तो दो बीजेपी नेताओं ने इसका विरोध किया. बीजेपी नेताओं का कहना है कि वह विधायक दल की बैठक में बिल का विरोध करेंगे.
इसके अलावा बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस बिल की मुखालिफत की है. स्वामी ने ट्विट कर सीएम वसुंधरा राजे से गुज़ारिश की है कि वह इस बिल को वापस लें. वह आगे लिखते हैं कि सुप्रीम कोर्ट इस बिल को ख़ारिज कर देगा तो उन्हें बड़ा झटका लगेगा.