शिमला. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की हार के बाद वीरभद्र सिंह ने हार की जिम्मेदारी ली है. उन्होंने कहा कि जनता की मर्जी जिसको हराये, जिसको जिताये. हमारी हार हुई है, मुझे पूरी उम्मीद थी की हम सत्ता में आएंगे.
उन्होंने राजेंद्र राणा के जीतने पर बधाई देते हुए कहा कि धूमल को इतना पीछे करने के लिए राजेंद्र राणा को बधाई. उन्होंने कहा कि भावुक होने की बात नहीं है, मैं 6 बार मुख्यमंत्री रह चुका हूं. कोई कमी रह गई इसलिए हम हार गए. संसाधनों की कमी के बाद भी हमने अच्छा प्रचार किया. मैंने तन-मन धन से लोगों की सेवा की है.
चुनाव लड़ना अपने आप में चुनौती थी- विक्रमादित्य सिंह
शिमला ग्रामीण से जीत हासिल करने वाले 28 वर्षीय विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मेरी जिंदगी की पहली राजनीतिक पारी थी. चुनाव लड़ना अपने आप में चुनौती थी. शिमला ग्रामीण की जनता से प्यार मिला. कर्मचारी, महिलाओं और युवाओं के दिल की गहराई से आभार.
उन्होंने कहा कि अब हमें हर परिस्थिति में सुख दुख में एक जुट होकर रहना है. जो भी सरकार बनेगी उनसे विचार विमर्श कर शिमला ग्रामीण के विकासात्मक मुद्दों पर काम करवाया जाएगा. कांग्रेस ने जो शिमला ग्रामीण में काम करवाएं है, उन्हें आगे ले जाया जाएगा.