नई दिल्ली. भारतीय स्टार मुक्केबाज़ विजेंद्र सिंह ने चीन के ज़ुल्फ़िकार मैमत अली को बेहद नज़दीकी मुक़ाबले में हराकर डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट खिताब अपने नाम कर लिया. जीतने के बाद विजेंदर सिंह नें भारत और चीन के बीच बढ़ चुके तनाव के लिए शांति की अपील की और अपना खिताब ज़ुल्फ़िकार को देने की पेशकश की.
उन्होंने एक मिसाल पेश करते हुए कहा कि “मैं यह बेल्ट ज़ुल्फ़िकार को देना चाहता हूँ. मैं सीमा पर शांति की उम्मीद करता हूँ और शांति का संदेश सबसे महत्वपूर्ण है.” बता दें की विजेंदर के पेशेवर करियर में यह लगातार नौवीं जीत है और विजेंदर अभी तक अजेय बने हुए हैं.
विजेंदर को ज़ुल्फ़िकार से जीत के लिए काफ़ी पसीना बहाना पड़ा. यह मुकाबला काफ़ी करीबी रहा. भारतीय स्टार मुक्केबाज़ ने यह बेहद रोमांचक मुक़ाबला महज़ 96-93, 95-94, 95-94 के अंतर से अपने नाम किया.
इस खिताब को जीतने के बाद विजेंदर के पास दो टाइटल डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक सुपर मिडिलवेट और डब्ल्यूबीओ ऑरियंटल सुपर मिडिलवेट हो गए हैं.
आखिरी रेस में गोल्ड से चूके बोल्ट
वहीं, अपनी आखिरी रेस में दुनिया के सबसे तेज़ धावक उसेन बोल्ट गोल्ड से चूक गए. उनके प्रशंसक, यहाँ तक की उन्हें खुद इस बात का यकीन था की वो इस रेस में गोल्ड लेकर आयेंगे. लेकिन उनके इस सपने को अमेरिका के जस्टिन गैटलिन ने तोड़ दिया. बोल्ट को तीसरे स्थान से संतुष्ट होना पड़ा.
गैटलिन ने वर्ल्ड एथलेक्टिस चैंपियनशिप में पुरुषों की 100 मीटर रेस को 9.92 सैकेंड में पूरा कर बड़ा उलटफेर किया. उनके अलावा अमेरिका के क्रिस्टिन कोलमैन दुसरे स्थान पर रहे. उन्होंने ये रेस 9.94 सैकेंड में पूरी की.
वहीं, गोल्ड के प्रबल दावेदार माने जा रहे उसेन बोल्ट ने ये रेस पूरा होने में 9.95 सैकंड लगाए और तीसरे पायदान पर रहे. हालाँकि बोल्ट के पास 100 मीटर का विश्व रिकॉर्ड है.