शिमला. कांग्रेस टिकट आवेदन के आखिरी दिन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे और युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने भी चुनावी ताल ठोक दी है। विक्रमादित्य ने शिमला ग्रामीण से टिकट के लिए आवेदन कर दिया है। न्यूनतम आयु पूरा करते ही पहली बार टिकट मांगा वो भी अपने पिता की विरासत सम्भालने को। और पिता तो पिता है जो उम्र के इस पड़ाव में अपने लिए नई जमीन तलाशने निकल पड़े है। मंगलवार को शिमला ग्रामीण से टिकट के लिए आवेदन कर दिया है।
इस घटनाक्रम से अब यह साफ हो गया है कि मुख्यमंत्री ने अपना विधानसभा क्षेत्र अपने बेटे के लिए छोड़ दिया है। मंगलवार को कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में दल-बल व बाजे-गाजे के साथ विक्रमादित्य सिंह ने टिकट के लिए आवेदन कर दिया है।
आवेदन जमा करने के बाद विक्रमादित्य ने कहाकि भाजपा पहले 60 प्लस का टारगेट लेकर चल रही थी अब 40 प्लस पर आ गई है। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के साथ शिमला ग्रामीण में अभूतपूर्व विकास करवाया है। इसलिए कांग्रेस सरकार बहुमत से रिपीट करेगी। पहले भाजपा 60 प्लस का टारगेट लेकर चल रही थी अब 40 प्लस पर आ गई है। भाजपा नेतृत्व विहीन पार्टी है। धूमल, नड्डा और अनुराग ठाकुर आपसी लड़ाई में उलझे हुए है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने वीरभद्र सिंह को कमान सौंपकर हिमाचल में चुनावी शंखनाद कर दिया है।
नरेश चौहान ने भी किया आवेदन…
कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन नरेश चौहान ने भी टिकट के लिए आवेदन कर दिया है। शिमला शहर से इन्होंने पार्टी से टिकट मांगा है। शिमला शहर विधानसभा क्षेत्र जिसके अलावा कहीं से भी चुनाव लड़ने का ऐलान मुख्यमंत्री ने बीते दिन किया था। यह साफ होते ही कि मुख्यमंत्री शिमला शहर से नहीं लड़ेंगे, पार्टी के कई पदाधिकारियों ने आवेदन कर दिया है। गुपचुप बैठे ऐसे पदाधिकारी भी खुल कर सामने आ गए है जिनमें पहले टिकट ले चुके हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम उपाध्यक्ष हरीश जनारथा भी शामिल है।