शिमला (शिमला ग्रामीण). राजधानी की सबसे हॉट सीट मानी जा रही शिमला ग्रामीण सीट से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने नामांकन भर लिया है।
पिता वीरभद्र सिंह के साथ आए विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार दोपहर बाद एसडीएम ग्रामीण के कार्यालय में जाकर अपना नामांकन भरा। इससे पहले विक्रमादित्य सिंह ने एजी चैक होते हुए उपायुक्त कार्यालय तक विशाल रैली भी निकाली।
रैली में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। इनमें ज्यादातर शिमला ग्रामीण से आए लोग भी शामिल थे जो काफी पहले से विक्रमादित्य को चुनाव मैदान में उतारने की मांग कर रहे थे। रैली के दौरान विक्रमादित्य के पक्ष में जोरदार नारेबाजी हुई। लोगों ने मुख्यमंत्री के पक्ष में भी नारे लगाए।
सीएम वीरभद्र सिंह ने कार्यकर्ताओं को प्रचार में जुट जाने को कहा। साथ ही कहा कि इस बार भी कांग्रेस सत्ता में आएगी। दावा किया कि शिमला ग्रामीण सीट से कांग्रेस भारी मतों से विजयी होगी।
भाजपा के प्रमोद शर्मा ने भी दी चुनौती
इस सीट से भाजपा के प्रमोद शर्मा ने भी नामांकन भरकर विक्रमादित्य सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा कर दी। प्रमोद शर्मा ने भी बड़ी रैली निकाली और जीत का दावा किया।
प्रमोद शर्मा पिछला चुनाव आजाद उम्मीदवार के तौर पर ठियोग सीट से लड़े थे जिसमें उन्हें हार मिली थी। लेकिन इस बार वह भाजपा की टिकट पर शिमला ग्रामीण सीट से मैदान में है। प्रमोद शर्मा एक अच्छे प्रोफेसर की छवि वाले नेता के रूप में जाने जाते है।
भाजपा ने साफ छवि वाले नेता को टिकट देते हुए विक्रमादित्य सिंह को कड़ी चुनौती देने की तैयारी की है।
मुख्यमंत्री की भी साख का सवाल
यह सीट मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की साख का भी सवाल है। बेटे के लिए वीरभद्र सिंह ने यह सीट खाली की है। विक्रमादित्य सिंह का यह पहला चुनाव होगा। मुख्यमंत्री हर हाल में उन्हें विजयी देखना चाहते है। विक्रमादित्य सिंह का राजनीतिक करियर इस चुनाव पर काफी हद तक टिका हुआ है।
देखना रोचक होगा कि व्रिक्रमादित्य, सीएम पिता की विरासत को कैसे संभालते हैं.