कुल्लू. जिला की मणिकर्ण घाटी की कसोल पंचायत के आधा दर्जन गांव आज भी सड़क सुविधा से कोसो दूर है. आजादी के 70 वर्षो के बाद भी ग्रामीणों को सड़क, स्वास्थ्य, बिजली, पेयजल, शिक्षा, यातायात की मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है.
मणिकर्ण घाटी की कसोल पंचायत के छलाल, रशोल ग्राहण गांब में सड़क सुविधा न होने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. गांव में अगर कोई बीमार हो जाए तो इस हालत में मरीज या गर्भवती महिलाओं को कुर्सी पर रख चार कंधों पर उठाकर तीन घंटे पैदल चलकर सड़क मार्ग तक ले जाना पड़ता है. यहीं नहीं खासकर स्कूली छात्रों को 4 किलोमीटर पैदल उबड़ खाबड़ रास्तो में चल कर स्कूल पहुंचना पड़ता है.
ग्रामीणों का आरोप है कि चुनावी वर्ष में हर पार्टी के नेता वोट मांगने आते है और फिर पांच वर्ष तक शक्ल तक नहीं दिखाते है. उन्होंने कहा कि सड़क सुविधा ना होने के कारण गांव का विकास नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार थोड़ा सा ध्यान दे तो छलाल और रशोल के लोगों को सड़क सुविधा और यातायात की सुविधा मिले तो ग्रामीणों और बच्चों को पढ़ाई में मदद मिलेगी.