मंडी(सरकाघाट). पेयजल संकट को लेकर सधोत पंचायत के आधा दर्जन गांव वासियों ने अधिशासी अभियंता सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग मंडल के कायार्लय के बाहर धरना दिया. पिछले तीन वर्षों से इन गांवों में चल रहे पेयजल संकट के समाधान के लिए अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा गया. पंचायत प्रधान आशा कुमारी के नेतृत्व में दिए धरने में शामिल लोगो का कहना है कि पेयजलि संकट की इस समस्या को लेकर 20 नवंबर को भी ज्ञापन सौंपा गया था.
दूषित पानी से पड़ते बीमार
प्रभावित गांवों में बाहरू, मोरत्न, धनराशि, सधोत, आचार्य वस्ती शामिल हैं. तीन वर्षों से ग्रामीणों को आश्वाशनों के सिवाय कुछ भी हासिल नही हुआ. उपरोक्त गांवों को बाहरू-मोरत्न खड्ड से पेयजल की आपूर्ति होती है. योजना के स्त्रोत में भारी मात्रा में कमी आने से उनको 15 दिनों में एक बार ही पानी मिल पाता है.
ग्रामीणों में बढ़ता गुस्सा
गुस्साए ग्रामीणों का कहना था कि उन्होंने खड्डों में खुद कुंए खोदे हैं और उसके बाद उनका सारा दिन पानी भरने में ही समाप्त हो जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रदूषित पानी से वह बीमारियों का शिकार हो जाते हैं. इन लोगों ने विभाग को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उनकी पेयजल समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वह सड़कों पर उतरने को विवश हो जाएंगे. इस बारे जब अधिशासी अभियंता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्राथमिकता के आधार पर इस समस्या का हल निकाला जाएगा.