धर्मशाला. राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंद कुमार सहाय ने कहा है कि मैक्लोडगंज के टेंगल बोर्ड में प्रदर्शन कर रहे गद्दियों पर लाठीचार्ज नहीं, सुनियोजित हमला हुआ था. निहत्थों पर हमला करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए. जो वीडियो फुटेज बरामद हुए हैं उसमें कहीं भी ये नहीं लगता कि, गद्दी समुदाय के किसी व्यक्ति ने पुलिस पर हमला किया था.
नंद कुमार ने कहा कि लाठीचार्ज के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने समुदाय के लोगों के खिलाफ जो बयान दिए, उससे लगता है कि वे शायद राजनीति के अर्थ भूल गए हैं. उन्हें राजनीति सिखाने की जरूरत है. नंद कुमार ने शुक्रवार को घटनास्थल के दौरे के बाद यह बात कही.
उन्होंने बताया कि किसी भी समूह के प्रदर्शनकारियों पर पहले चेतावनी के तौर पर पानी की बौछार करनी होती है. उसके बाद भी भीड़ नियंत्रित न हो तो आसू गैस का प्रयोग किया जाता है. फिर भी भीड़ न माने तो पुलिस पीछे से टांगों पर वार करती है. लेकिन इस घटना में पुलिस ने इन सभी निर्देशों व नियमों को नजरअंदाज किया और समाज के निहत्थे लोगों पर हमला कर दिया.
नंद कुमार ने कहा कि वो हिमाचल प्रदेश में शांति का माहौल बनाने आए हैं. हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इस तरह की घटना को दोहराया न जा सके. नंद कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक शांतिप्रिय राज्य है. यहां ऐसी घटनाएं नहीं होना चाहिए.