नई दिल्ली. म्यांमार दौरे के तीसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी स्वेडगॉन पैगोडा पहुंचे. इसके साथ ही पीएम मोदी ने यंगून के कालीबाड़ी मंदिर में पूजा-अर्चना भी की. स्वेडगॉन पैगोडा को म्यांमार का सर्वोच्च सांस्कृतिक केन्द्र माना जाता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि साझा सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए प्रधानमंत्री ने पैगोडा परिसर में बोधि वृक्ष के प्रतीक को लगाया है.
प्रधानमंत्री मोदी आग सान संग्रहालय भी पहुंचे. इस समय उनके साथ म्यांमार की राज्य काउंसलर आंग सान सू भी साथ थींं. प्रधानमंत्री मोदी ने आंग सान सू को उनके रिसर्च पेपर के प्रस्ताव की मूल प्रति भेंट की है. यह रिसर्च पेपर उन्होंने मई 1986 में शिमला विश्वविद्यालय में इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज की फेलोशिप प्राप्त करने के लिए लिखा था.
Performed Puja at Yangon’s Kalibari Temple. Feeling extremely blessed. pic.twitter.com/iLRVoCekZw
— Narendra Modi (@narendramodi) September 7, 2017
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के नारे को दोहराते हुए कहा कि इसका अर्थ है कि पूरा विश्व हमारा परिवार है. यह हमारी नीति भी है और विचारधार भी है.
उन्होंने ‘सबका साथ-सबका विकास’ के तहत म्यांमार को सहयोग करने की बात कही. ‘एक्ट इंडिया पॉलिसी’ का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने म्यांमार के साथ संबंध गहरे करने की बात कही.
At the Mazar of Bahadur Shah Zafar. pic.twitter.com/xUPubNo6s0
— Narendra Modi (@narendramodi) September 7, 2017
प्रधानमंत्री मोदी ने बहादुर शाह जफर के मजार पर भी पहुंचे.
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार की शाम यंगून में प्रवासी भारतीय को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि म्यांमार से सिर्फ सीमाएं ही नहीं भावनाएं भी जुड़ी हैं. उन्होनें म्यांमार के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंधों को रेखांकित करते हुए कहा कि जब आजादी की लड़ाई में भारतीय को अपना घर छोड़ना पड़ता था तो दूसरा घर उनका म्यांमार बनता था.
Delighted to visit Myanmar’s cultural landmark, the Shwedagon Pagoda. pic.twitter.com/gf4XITlSx3
— Narendra Modi (@narendramodi) September 7, 2017
प्रधानमंत्री मोदी के तीन दिवसीय म्यांमार दौरे में समुद्री सुरक्षा, म्यांमार में लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने, स्वास्थ्य एवं सूचना प्रौद्योगिकी समेत विभिन्न क्षेत्रों में 11 समझौते हुए हैं.
India-Myanmar ties have been defined by 5Bs but another equally important B is ‘Bharosa’ or trust. pic.twitter.com/pG6hrYDM3m
— Narendra Modi (@narendramodi) September 6, 2017