धर्मशाला. राष्ट्रपति अंगरक्षक की सितंबर माह में भर्ती रैली होगी. भर्ती कार्यालय हमीरपुर ने बताया कि इस भर्ती रैली में मजहबी, रामदासिया, एससी और एसटी को छोड़कर केवल सिख जाट और राजपूत की भर्ती ही की जाएगी. इस पर हिमाचल प्रदेश गद्दी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष जोगिन्दर पाल कपूर का कहना है कि इससे साफ़ जाहिर होता है, कि अनुसूचित जाति के लिए भाजपा कितनी हितैषी है.
जोगिन्दर पाल कपूर ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में जो पद भरे जा रहे हैं, वहां भी भाजपा सरकार ने अनुसूचित जाति के लोगों के साथ भेदभाव किया है और जातिवाद को बढ़ावा दिया है. इन पदों के लिए सिर्फ सिख, जाट और राजपूत ही आवेदन कर सकता है. केंद्र की भाजपा सरकार भी इस समुदाय के साथ भेदभाव करने से गुरेज नहीं कर रही है. एक तरफ भाजपा कहती है कि वह जातिवाद को ख़त्म कर रही है.वहीं दूसरी तरफ उनकी ये कारगुज़ारी सामने आ रही है जिससे लगता है कि भाजपा जाति के नाम पर देश को बाँटने का काम कर रही है.
खैर प्रश्न तो इसलिए भी उठता है, क्योंकि अभी हाल ही में राष्ट्रपति भवन के घोड़ों के साफ-सफाई के लिए लिए भी भर्ती निकाली गई थी. लेकिन उसमें केवल ओबीसी एससी एसटी ही आवेदन कर सकते हैं. तो उच्च श्रेणी के जॉब से एससी-एसटी और ओबीसी को क्यों दूर किया जा रहा है, ये प्रश्न तो लाज़मी है.
