रांची. डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में सुनवाई हुई. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव मामले में पेश हुए. इसके साथ ही गुरुवार को पूर्व मुख्य सचिव व वित्त विभाग के आयुक्त सह सचिव रहे वीएस दुबे की गवाही दर्ज की गई.
मुख्य सचिव ने अपनी गवाही में कहा कि जब जांच टीम को चाईबासा जिले के पशुपालन विभाग में भेजा गया तो कार्यालय में भगदड़ मच गयी. उन्होंने बताया कि अधिकारी पैसे लेकर भागे. वहीं, भूसे के ढ़ेर से बोरे में भरे रुपए मिले. जबकि एक व्यक्ति अटैंची छोड़कर भागा जिसमें 30 लाख रुपए मिले.
सुनवाई के दरम्यान लालू प्रसाद ने भी अपनी बातें रखी. उन्होंने कहा कि कंट्रोलिंग अफसर व सीएजी को सीबीआई ने छोड़ दिया. लेखा का संधारण और देखभाल करना एकाउंटेंट जनरल को जिम्मेदारी थी. महालेखागार ने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया. सीएजी ने जो 1992-93 में रिपोर्ट जारी की है, उसमें कपटपूर्ण निकासी की बात कहीं नहीं है.
इसके साथ ही शिवपाल सिंह की अदालत में दुमका कोषागार से अवैध निकासी के मामले में भी लालू प्रसाद यादव की पेशी हुई. वे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट में पेश हुए.